पटनाः बहुत जल्द बिहार कांग्रेस में बदलाव हो सकता है. शीर्ष नेतृत्व पांच राज्यों के चुनावी नतीजों का इंतजार कर रहा था. ऐसे में नतीजे आने के बाद अब बदलाव की बयार बह सकती है. जल्द व्यापक स्तर पर कांग्रेस आलाकमान बिहार में संगठन में बदलाव कर सकता है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता और एमएलसी प्रेम चंद्र मिश्रा (Prem Chandra Mishra) ने कहा कि जिस तरह पांच राज्यों में पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और जिस तरह पार्टी बिहार में कमजोर होते जा रही है. वह चिंता का विषय है. 


प्रेम चंद्र मिश्रा ने कहा कि पार्टी को मजबूत बनाना होगा. इसके लिए जरूरी है कि बिहार से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक में कांग्रेस के संगठन में व्यापक फेरबदल हो. बड़े बदलाव करने होंगे तब ही कांग्रेस मजबूत हो पाएगी. बिहार कांग्रेस व राष्ट्रीय स्तर पर बदलाव कब होगा यह फैसला तो बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास व आलाकमान को लेना है. 


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बता दें कि बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा और चारों कार्यकारी अध्यक्ष समीर सिंह, कौकब कादरी, अशोक राम, श्याम सुंदर सिंह धीरज का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. सूत्रों के अनुसार बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरणदास ने बिहर कांग्रेस अध्यक्ष के लिए राष्ट्रीय सचिव एवं विधायक शकील अहमद खान एवं राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व सांसद रंजीता रंजन का नाम आलाकमान को सुझाया है. 


शकील अहमद खान बिहार में पार्टी के बड़े मुस्लिम चेहरे हैं. जमीन से जुड़े नेता हैं. संगठन में राष्ट्रीय सचिव की भी भूमिका अदा कर रहे हैं. रंजीता रंजन बिहार से कांग्रेस की सांसद रह चुकी हैं. राष्ट्रीय सचिव हैं. राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं. महिला नेत्री हैं. तेज तर्रार प्रवक्ता के रूप में उनकी पहचान है. पंजाबी हैं. पप्पू यादव की पत्नी हैं. इनके जरिए पप्पू यादव पर भी कांग्रेस आलाकमान की नजर है व कांग्रेस आलाकमान चाहता है कि पप्पू अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में कर दें. 


कार्यकारी अध्यक्ष के लिए ये सुझाए गए ये नाम
वहीं, चार कार्यकारी अध्यक्ष के लिए भक्त चरण दास ने प्रेमचंद्र मिश्रा, प्रवीण कुशवाहा, राजेश राम, अवधेश सिंह का नाम सुझाया है. प्रेमचंद्र मिश्रा ब्राह्मण हैं. पार्टी के पुराने नेता हैं. यूथ कांग्रेस से कांग्रेस में शुरुआत की थी. प्रवीण कुशवाहा यूवा चेहरे हैं. कुशवाहा समाज से आते हैं. बिहार विधानसभा चुनाव कई लड़ चुके हैं. कहीं ना कहीं प्रेम चंद्र मिश्रा भी अध्यक्ष पद के रेस में हैं. 


राजेश राम अभी कांग्रेस के विधायक हैं. दो बार से विधायक हैं और दलित भी हैं. प्रभारी के बेहत करीबी हैं. अवधेश सिंह पांच बार विधायक व मंत्री रह चुके हैं. अनुभवी नेता हैं. वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं. राजपूत हैं. बिहार कांग्रेस में बड़े बदलाव की संभावना है. बदलाव के दौरान आलाकमान सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश कर सकता है. प्रेम चंद्र मिश्रा ने आज यह मांग भी की है साथ में राष्ट्रीय स्तर पर भी फेरबदल की मांग की है. 


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