Bihar News: बिहार के जमुई (Jamui) जिले में रविवार को हुई सिपाही भर्ती परीक्षा (Bihar Police Constable Exam) को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस अधीक्षक शौर्य सुमन (Shaurya Suman) की ओर से सभी थानों को परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए अग्रिम कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था. इसके तहत जमुई में पुलिस ने बिहार पुलिस परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के साथ अन्य लोगों को भी दबोचा.


पुलिस ने बताया कि शनिवार की रात में गुप्त सूचना मिली थी कि जमुई थाना अंतर्गत कृष्ण पट्टी के रामकृष्ण सिंह लॉज में कुछ सॉल्वर गैंग इकट्ठा हुए हैं. साथ ही भोले-भाले अभ्यर्थी से पैसा उगाही करते हुए मूल दस्तावेज को रखकर सभी को ब्लूटूथ सेट करने की ट्रेनिंग देते हुए ब्लूटूथ डिवाइस दे रहे हैं. इसके बाद लॉज में छापेमारी के दौरान सात परीक्षार्थी को एक रूम में पाया गया. उस कमरे की तलाशी ली गई तो नकल करने वाले गिरफ्तार युवक के पास से वॉकी टॉकी, ब्लूटूथ डिवाइस, स्कैनर, की-बोर्ड, 75 हजार कैश, अभ्यर्थियों के कागजात और कई मोबाइल सेट आदि को बरामद किया गया.


ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए भेजा जाना था उत्तर


जमुई पुलिस ने 20 लोगों अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की है. जमुई टाउन थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी ने बताया कि एसपी के निर्देश पर थाना क्षेत्र के कृष्ण पट्टी के एक लॉज में छापेमारी की गई. इसमें सात लोगों को मौके से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने ब्लूटूथ डिवाइस और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ-साथ जिन-जिन अभ्यर्थियों को नकल करवाना था, जिनसे पैसा लिए थे उनके मूल दस्तावेज को भी बरामद किया गया. पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि 1, 7 और 11 अक्टूबर को होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र का उत्तर ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए भेजा जाना था. 12 अभ्यर्थियों का सेटिंग किया गया था, जिनका मूल दस्तावेज गिरफ्तार युवक के पास मिला.


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