पटना: अररिया के रानीगंज थाना क्षेत्र में बदमाशों ने शुक्रवार की सुबह-सुबह एक दैनिक अखबार के पत्रकार विमल कुमार यादव की गोली मारकर हत्या (Araria Journalist Murder) कर दी. इस घटना के बाद बिहार में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सवाल उठने लगे हैं. वहीं, इस मामले में पुलिस ने चार लोगों की गिरफ्तारी की है. अलग-अलग स्थानों से चारों बदमाशों की गिरफ्तारी हुई है. रानीगंज थानाध्यक्ष कौशल कुमार ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में भवेश यादव, आशिष यादव, विपिन यादव, उमेश यादव शामिल है. बाकी बचे दो अन्य बदमाश की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. इस घटना को छह बदमाशों ने अंजाम दिया था.


दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी- आईजी


इस मामले को लेकर पूर्णिया क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुरेश प्रसाद चौधरी ने बताया कि कुछ लोगों को हिरासत में लिया है. हमारी चार टीमें अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही हैं. हमें कुछ जानकारी मिली है और उसके आधार पर हमें इसमें सफलता मिलने की उम्मीद है. इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो.


'विमल ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई थी'


वहीं, इस घटना को लेकर पत्रकार विमल के पिता ने बताया कि विमल ने पुलिस को बताया था कि उसकी जान को खतरा है, उसने तीन से चार दिन पहले ही पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई थी. बता दें कि अररिया में शुक्रवार की सुबह बदमाश विमल कुमार यादव के घर पहुंचे. दरवाजा को खटखटाया और जैसे ही वह बाहर निकले तो उन्हें गोलियों से भून दिया, जिससे उनकी मौत हो गई. इस मामले को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है. विपक्ष के निशाने पर सीएम नीतीश कुमार आ गए है. बीजेपी लगातार इस मुद्दे को लेकर नीतीश सरकार को घेर रही है.


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