पटना: बिहार सरकार के मंत्रिमंडल विस्तारीकरण को लेकर लगातार कयास लगते आ रहे हैं कि दिसंबर में होगा मंत्रिमंडल का विस्तार और अब जब दिसम्बर आ गया है तो ये चर्चा तेज हो गई है कि 11 से 15 दिसंबर के बीच मंत्रिमंडल का विस्तारीकरण हो सकता है. बताते चलें कि नई सरकार में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद की शपथ के दौरान 14 अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी अब और 17 विधायकों को मंत्री बनाए जाने की चर्चा इन दिनों तेज हो चली हैं.


सूत्रों की माने तो बाकी बचे मंत्री पद के लिए चुनाव करते समय सामाजिक समीकरण के हिसाब से ही मंत्री के पद के लिए विधायक चुने जाएंगे.सरकार गठन के साथ पहले चरण में मुख्यमंत्री समेत 15 मंत्रियों ने शपथ ली थी, जिसमें बीजेपी कोटे से सात मंत्री बनें. इस बार मंत्री मंडल के विस्तार में 16 मंत्रिय़ों के चुनाव के बाद नीतीश मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 31 हो जाएगी. निर्धारित मानक के अनुसार अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं.


सरकार से जुड़े सूत्रों की माने तो इस बार होने वाले विस्तार में बीजेपी कोटा से 9 या 10 मंत्री बनाए जाने की संभावना है वहीं जेडीयू से लगभग 6 से 7 मंत्रियों के बनाए जाने की बात आ रही है और जिस समीकरण के तहत मंत्री बनाने की तैयारी की जा रही है उसमें जातिगत आधार शामिल है जिनमें ब्राह्मण,भूमिहार,राजपूत,कुर्मी,यादव समाज से आने वाले एक-एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है इनके अलावे कुशवाहा समाज से एक एमएलसी को भी मंत्री बनाने की चर्चा जोरों पर है.इन तमाम जातिगत आधारों को ध्यान रखते हुए नीतीश सरकार नए मंत्रिमंडल को आकार देने में जुटी हुई है. खबरों के मुताबिक इसे लेकर शीर्ष नेताओं के बीच शुरुआती दौर की बातचीत भी हो चुकी है अब शीर्ष नेतृत्व के स्तर से इस पर मुहर लगने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार कर दिया जाएगा और सरकार के तमाम विभागों की जिम्मेदारियां भी बंट जाएगी.