औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद में डायरिया (Diarrhoea) से शनिवार को दो बच्चों की मौत हो गई जबकि दर्जनों आक्रांत हैं. मृतकों में मदनपुर प्रखंड के शहीद बिगहा निवासी रामबरत भुइयां की बेटी रेशमा कुमारी और नत्थू बिगहा का बेटा रौशन कुमार है. वहीं, रेशमा के माता-पिता भी डायरिया की चपेट में हैं और आमस के चंडी स्थान में उनका इलाज कराया जा रहा है. शनिवार को सदर अस्पताल में डायरिया से आक्रांत कई लोग इलाज कराने के लिए पहुंचे थे.


गर्म पानी और साफ-सफाई का रखें ख्याल


मदनपुर प्रखंड के बर्डी गांव के रहने वाले समाजसेवी रंजीत यादव ने बताया कि कोल्हुआ गांव में बीते दस दिनों से डायरिया के प्रकोप से लोग आक्रांत हैं. इसकी सूचना मदनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद को दी गई, जिसके बाद चिकित्सकों की टीम ने पूरे गांव का जायजा लिया और दवाइयां बांटी. टीम ने ग्रामीणों को गर्म पानी पीने और साफ-सफाई रखने का निर्देश दिया. हालांकि अभी भी गांव में कई लोग इसके शिकार हैं.


डायरिया की चपेट में आए लोगों की सूचना पर पिछले वर्ष चुनाव लड़ चुके निर्दलीय प्रत्याशी प्रमोद सिंह सदर अस्पताल पहुंचे. उन्होंने जब इलाज का कोई इंतजाम नहीं देखा तो इसकी सूचना डीएम को दी. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. कहा कि मॉडल अस्पताल का दंभ भरने वाले सदर अस्पताल में डायरिया के इलाज की समुचित व्यवस्था न होना बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल रहा है.


सदर अस्पताल में चार लोगों का चल रहा इलाज


प्रमोद सिंह ने आगे कहा कि यदि स्वास्थ्य विभाग मदनपुर के बेरी, शहीद बिगहा, कोल्हूआ और मौलवी बिगहा में कैंप नहीं लगाती है तो अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा. इधर, इस मामले में सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक हेमंत राजन ने दो बच्चों की मौत की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि दोनों बच्चों के शव को परिजनों को सौंप दिया है. डायरिया से ग्रसित चार लोगों का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.


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