पटनाः बिहार के पर्यटन स्थलों में अब पर्यटन पुलिस नजर आएगी. राज्य के सबसे महत्वपूर्ण पर्यटक स्थलों में नालंदा के राजगीर और गया के बोध गया में सितंबर से ही पर्यटन पुलिस काम करने लगेगी. ये पुलिस नीली वर्दी में रहेगी. प्रशिक्षण दिया जाएगा. बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एस के सिंघल (DGP SK Singhal) ने पर्यटकों की सुरक्षा व सुविधा के लिए प्रयोग के तौर पर बोधगया व राजगीर में पर्यटन पुलिस की इकाई गठित करने का निर्देश वरीय अधिकारियों को दिया है.


डीजीपी ने पर्यटन पुलिस में प्रतिनियुक्ति का आदेश भी जारी कर दिया है. इसके लिए चार से पांच सप्ताह में दोनों जिलों से क्षेत्रीय स्तर पर ही पर्यटन पुलिस इकाई के लिए मानव संसाधन का चयन करने को कहा गया है. बताया गया कि पर्यटन पुलिस की इकाई में प्रतिनियुक्त बल को आने वाले विदेशी पर्यटकों के साथ वातार्लाप करने में भाषा की कठिनाई वर्तमान में हो रही है. इसके लिए अंग्रेजी भाषा के जानकार पदाधिकारी, कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी.


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प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने का निर्देश


इसके साथ ही एडीजी ट्रेनिंग को पर्यटन पुलिस में प्रतिनियुक्त होने वाले पदाधिकारियों व कर्मियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने का निर्देश दिया गया. जिला स्तर पर आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था करने को भी कहा गया है. पुलिस मुख्यालय में मंगलवार को आयोजित अंतर प्रभागीय बैठक में पर्यटन पुलिस के गठन और प्रशिक्षण पर विस्तार से चर्चा हुई. पटना प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक राकेश राठी ने बैठक में बताया कि अभी कम संख्या में राजगीर और नालंदा में इसकी शुरुआत की गई है.


राकेश राठी ने कहा कि प्रतिनियुक्त बल को अभी विदेशी पर्यटकों के साथ बातचीत में भाषा के स्तर पर कठिनाई हो रही है. ऐसे में अंग्रेजी भाषा के जानकार पदाधिकारी व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति पर्यटन पुलिस इकाई में की जाएगी. एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने सितंबर माह तक बोध गया और राजगीर में पर्यटन पुलिस की इकाई को क्रियाशील करने का निर्देश दिया गया है.


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