बिहार शरीफ सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में मंगलवार (30 सितंबर, 2025) की सुबह एक मरीज की मौत के बाद परिजनों ने तोड़फोड़ कर खूब हंगामा किया. इमरजेंसी वार्ड में रखे कई सामान को क्षतिग्रस्त कर दिया. कुछ देर के लिए अस्पताल में भगदड़ जैसा माहौल हो गया. मौके पर पुलिस पहुंच तब तक हंगामा करने वाले फरार हो गए थे.
क्या है पूरा मामला?
दीपनगर के नेपुरा गांव निवासी संजय सिंह (उम्र करीब 35 साल) ने दुर्गा पूजा पर कलश स्थापन किया है. अचानक मंगलवार की सुबह उनकी तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. यहां आने के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. इसी के बाद परिजन आक्रोशित हो गए. उन्हें लगा कि सही से इलाज नहीं किया गया. वे लोग तोड़फोड़ करने लगे.
घटना के बाद काफी संख्या में पुलिस सदर अस्पताल पहुंची. इस मामले की जानकारी मिलते ही डीएसपी नूरुल हक समेत कई थाना प्रभारी भी पहुंचे. डीएसपी ने बताया कि हम लोग यहां पहुंचे तो मरीज के परिजन यहां से कहीं चले गए थे. पहचान का प्रयास किया जा रहा है. इस सवाल पर कि मुखिया का भी नाम आ रहा है. इस पर उन्होंने कहा कि हम लोग सीसीटीवी फुटेज देख रहे हैं. जो भी होगा उसके आधार पर कार्रवाई होगी. इमरजेंसी वार्ड का शीशा तोड़ दिया गया है. इसे हम लोग विस्तृत रूप से देख रहे हैं.
उधर इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर विश्वजीत कुमार ने बताया कि मरीज आने के बाद हमने इलाज किया था, लेकिन मृत घोषित करने के बाद ही परिजन उग्र हो गए. अचानक इमरजेंसी वार्ड में तोड़फोड़ करने लगे. नर्स स्टाफ को भी निशाना बनाया गया. मारपीट की गई. उन्होंने कहा कि फिलहाल अस्पताल में काम बंद कर दिया गया है. आगे काम करना है या नहीं यह निर्णय लिया जा रहा है.
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