नालंदा: दीपनगर थाना प्रभारी ने मघड़ा गांव में बीते रविवार को बैठक की. इस बैठक में गांव और आसपास के लोग शामिल हुए. बैठक का उद्देश्य था कि इलाके में जो भी शराब का सेवन और शराब का धंधा कर रहा है उसे वो बंद कर दे. इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस के सामने अपना सुझाव भी रखा. बैठक के दौरान गांव के लोगों की एक कमेटी बनाई गई. इसमें गांव के लोग शामिल हैं और इलाके के आसपास के गांव में जाकर ग्रामीणों के बीच जागरूकता कार्यक्रम चलाकर नागरिकों को शराब खराब है, उससे तौबा करने की अपील पुलिस के साथ-साथ कमेटी के लोग करेंगे.
वहीं थाना प्रभारी ने कहा कि यदि कोई चोरी-छिपे शराब का धंधा कर रहा है तो वह संभल जाए, नहीं तो सुई वाले सिरिंज से एक-एक बूंद निकाल लेंगे. फिर कार्रवाई करने पर कोई रोक नहीं सकता इसलिए शराब के खिलाफ जागरूक हों और जागरूक करें. इस अंदाज में थाना प्रभारी की ओर से दिए गया निर्देश ग्रामीणों के बीच काफी चर्चा का विषय बन गया है.
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सूचना देने वालों का नाम रहेगा गुप्त
थाना प्रभारी मो. मुश्ताक अहमद ने ग्रामीणों को सख्त निर्देश दिया कि शराब पीने से धन के साथ स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है. शराब बिक्री और निर्माण की सूचना ग्राम के कमेटी दल को देंगे और सूचना देने वाले का नाम-पता गुप्त रखा जाएगा. इस बैठक में सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित हुए. थानाध्यक्ष ने कहा कि शराब निर्माण और उसका सेवन करना सामाजिक बुराई है. पकड़े जाने पर जेल जाना तय है. धंधेबाज को सख्त निर्देश दिया है कि जमानत हो जाने पर वह रिहा हो गए है तो वो संभल जाएं. शराब के केस में चौकीदार और पुलिसकर्मी गवाह होते हैं. यदि कोई बराबर धंधा कर रहा है, जेल जा रहा और छूट रहा है तो उसका केस खुलने पर सजा तय है.
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