मोतिहारी: बिहार में शराबबंदी कानून के लागू हुए कई साल हो गए लेकिन चोरी छुपे इसकी तस्करी जारी है. लगातार हो रही कार्रवाई के बावजूद धंधेबाज मानने के लिए तैयार नहीं हैं. एक तरफ महिलाएं इसका समर्थन कर रही हैं तो नहीं इस धंधे में महिलाएं भी शामिल हो गई हैं. बिहार के पूर्वी चंपारण में पुलिस ने सोमवार की देर रात एक महिला पंचायत प्रतिनिधि के यहां छापेमारी की. इस दौरान शराब की खेप मिली. मौके से पुलिस ने मां-बेटी समेत तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया.


दरअसल, सूचना मिली थी कि घोड़ासहन दक्षिणी पंचायत के वार्ड नंबर 5 से पंच के पद पर नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि रुबी देवी शराब के धंधे में संलिप्त है. इसके आधार पर जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष के निर्देश पर छापेमारी की गई. रेड करने गई पुलिस दरवाजा खटखटाते रह गई, लेकिन रुबी देवी ने दरवाजा नहीं खोला. पुलिस ने दरवाजा तोड़ देने की चेतावनी भी दी. इसके बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस ने लोहे की रॉड और खंती से दरवाजा तोड़ दिया. घर के अंदर से पुलिस को 134 बोतल नेपाली शराब की भरी बोतल मिली. पुलिस ने रुबी देवी और उनकी बेटी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया.






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वहीं घोड़ासहन दक्षिणी पंचायत के वार्ड नंबर 5 के ही शिवशंकर प्रसाद के घर भी पुलिस ने छापेमारी की. शिव शंकर प्रसाद के घर से 76 बोतल नेपाली शराब की भरी बोतल निली. पुलिस ने मौके पर मौजूद शिव शंकर प्रसाद की पत्नी रीता देवी को गिरफ्तार कर लिया. छापेमारी और गिरफ्तारी से शराब माफिया में हड़कंप है.


 






सघन अभियान के बाद 19 मामले दर्ज


जिले भर में एंटी लीकर टास्क फोर्स द्वारा केसरिया थाने के साथ भगवतिया, बेतिया बसंत, चांदपरसा आदि जगहों पर छापेमारी अभियान चलाया गया. सघन छापेमारी में मिली शराब को नष्ट किया गया. पांच बाइक समेत कई सामान जब्त किए गए. इस सघन अभियान के तहत मद्य निषेध अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कुल 19 मामले दर्ज किए गए हैं.


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