बिहार में हिजाब को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से एक तरफ जहां महिला चिकित्सक का हिजाब हटाने का प्रयास किया गया तो दूसरी ओर बीजेपी ने मांग कर दी है कि बुर्का पर बैन ही लगाया जाए. इस पर अब नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भी अपना स्टैंड क्लियर किया है. शुक्रवार (19 दिसंबर, 2025) को एबीपी न्यूज़ से बातचीत में जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि धार्मिक परंपराओं का पालन करने का अधिकार सभी को है. परंपराओं पर रोक नहीं लग सकता.
नीरज कुमार ने कहा कि सभी को अपनी धार्मिक परंपराओं पर चलने का अधिकार है. संविधान हर धर्म के पालन का अधिकार देता है. एक सवाल पर कहा कि नीतीश कुमार को मुफ्ती मोहम्मद सईद पुरस्कार मिला है, यह इल्तिजा मुफ्ती को पता होना चाहिए.
'नीतीश कुमार माफी नहीं मांगेंगे'
जेडीयू नेता ने कहा कि एक घटना के आधार पर नीतीश कुमार के चरित्र का मूल्यांकन किया जा रहा है. यह गलत है. मुस्लिम समाज के विकास मुस्लिम महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए नीतीश ने काम किया है. नीतीश किस बात के लिए माफी मांगेंगे? नहीं मांगेंगे.
जेडीयू नेता ने यह भी साफ किया कि महिला डॉक्टर नुसरत परवीन यहां नौकरी करेंगी या नहीं करेंगी यह उनका विशेषाधिकार है. वह यहां नौकरी नहीं करेंगी इसकी कोई जानकारी उन्होंने बिहार के स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी है.
एक सवाल पर नीरज कुमार ने कहा, "उमर अब्दुल्ला से पूछना चाहता हूं कि क्या मुस्लिम समाज के काम में आपने उतनी बड़ी लकीर खींची जितनी नीतीश ने खींची है? वक्फ संपत्ति का नीतीश ने विकास किया. कब्रिस्तान की घेराबंदी की. नीतीश ने मुस्लिमों के विकास के लिए जो योजनाएं लागू कीं उसको दूसरे राज्यों ने लागू किया. उमर अब्दुल्ला बताएं कि आपकी किस योजना को दूसरे राज्यों ने लागू किया?"
बता दें कि बीजेपी नेता हरिभूषण ठाकुर बचौल, बिहार बीजेपी के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल आदि नेताओं ने हिजाब पर बैन लगाने की मांग की है. इसी पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने प्रतिक्रिया दी है.
यह भी पढ़ें- हिजाब विवाद: नीतीश कुमार को पप्पू यादव ने ठहराया सही तो भड़कीं नेहा सिंह राठौर, 'क्या ये अपनी बेटी…'