Bihar CM Nitish Kumar: जेडीयू ने वक्फ बिल का समर्थन किया है जिसके बाद तीन नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने वाले नेताओं में कासिम अंसारी, शाहनवाज मलिक और तबरेज सिद्दीकी शामिल हैं. इन नेताओं के इस्तीफे के बाद जेडीयू की ओर से प्रतिक्रिया आई है. जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने शुक्रवार (04 अप्रैल, 2025) को एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि इस्तीफा देने वाले तीनों मुस्लिम नेताओं का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. न पदाधिकारी रहे हैं न पार्टी की गतिविधि में शामिल रहे हैं.

राजीव रंजन ने कहा कि स्वार्थी तत्वों के इशारे पर अफवाह फैलाई जा रही है कि यह लोग जेडीयू से जुड़े थे. पुरजोर शब्दों में खंडन करता हूं. इन नेताओं का पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है. आगे कहा कि गुलाम गौस, गुलाम रसूल बलियावी जैसे नेता पार्टी के साथ खड़े हैं. नीतीश कुमार वक्फ विधेयक के साथ हैं. यह पारदर्शिता, निष्पक्षता की गारंटी है. यह विधेयक गरीब एवं पसमांदा मुसलमानों के लिए उम्मीद की किरण है.

'बताएंगे वक्फ बोर्ड किस तरह लूट का अड्डा बन गया था'

विपक्ष पर हमला करते हुए जेडीयू नेता ने कहा, "विधेयक को लेकर विपक्ष भ्रांति फैला रहा  है. उसके निराकरण के लिए हम लोग जनता के बीच जाएंगे. बताएंगे कि वक्फ बोर्ड किस तरह लूट का अड्डा बन गया था. लालू ने भी संसद में अपने भाषण में कहा था. इस विधेयक के जरिए जो कमियां थीं उसको सुधार दिया गया."

राजीव रंजन ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक के साथ नीतीश कुमार खड़े हैं इसका मतलब यह कि पारदर्शिता रहेगी. लूट-खसोट पर रोक लगेगी. आरजेडी ने पटना में नीतीश कुमार का पोस्टर लगाया है. नीतीश कुमार को गिरगिट बताया गया है. इस पोस्टर पर कहा कि यह नीतीश का अपमान मतलब पूरे बिहार का अपमान है. 14 करोड़ जनता माफ नहीं करेगी. आरजेडी में बदहवासी छाई है. जेडीयू में कोई टूट नहीं होगी. पार्टी एकजुट है. अब चुनाव में जनता आरजेडी को सबक सिखाएगी. बरगलाकर वोट नहीं ले सकते.

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