बिहार में लगातार बारिश हो रही है. कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. इसी बीच मोकामा-बख्तियारपुर फोरलेन के साइड स्लोप में कई जगह गड्ढे हो गए हैं. बुधवार (13 अगस्त, 2025) को एबीपी न्यूज की टीम मौके पर पहुंची. साइड स्लोप में कई जगह गड्ढे दिखे. इसके कारण कुछ स्थानों पर सड़क में दरार आ गई थी. हालांकि मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है, लेकिन कई जगहों पर साइड स्लोप में गड्ढे दिखे. कई स्थानों पर धंस गए हैं.

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि घटिया सामग्री का इस्तेमाल इसके निर्माण में हुआ है. लोगों ने सड़क निर्माण की क्वालिटी पर सवाल उठाया है. इस दौरान बीएससीपीएल इंफ्रा के प्रोजेक्ट मैनेजर तरुण प्रसाद ने अजीबोगरीब बयान दिया. उनके अनुसार सड़क का यह हाल चूहों ने किया है. 

चूहों ने किया बिल… पानी के बहाव से हुआ गड्ढा

प्रोजेक्ट मैनेजर तरुण प्रसाद ने कहा, "बख्तियारपुर से मोकामा तक चारों ओर पानी है जिसके बीच में फोरलेन सड़क है. साइड स्लोप में डेढ़ मीटर कच्चा सोल्डर दिया गया है. चूहों द्वारा बिल करने के बाद पानी के बहाव से गड्ढे हो गए हैं. उन्होंने कहा कि रिपेयर करा दिया जाएगा."

बीएससीपीएल इंफ्रा के पास रख-रखाव की जिम्मेदारी

बता दें इस साल (2025) मार्च में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बख्तियारपुर स्थित इस पुल के एक लेन का शुभारंभ किया था. इसके बाद 4 लेन की सड़क आम जनता के लिए खोल दी गई थी. यह फोर लेन का प्रोजेक्ट एनएचएआई का है. रख-रखाव की जिम्मेदारी बीएससीपीएल इंफ्रा कंपनी की है. 

44.6 किलोमीटर है इस फोरलेन की कुल लंबाई

गौरतलब हो कि इसका निर्माण जून 2017 में शुरू हुआ था. इसकी अनुमानित लागत 837 करोड़ रुपये है. इसे 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. हालांकि भूमि अधिग्रहण में देरी के कारण डेडलाइन मार्च 2023 तक बढ़ गई और लागत बढ़कर लगभग 1,167 करोड़ रुपये हो गई. इस फोरलेन की कुल लंबाई 44.6 किलोमीटर है.