पटना: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर पांच साल के लिए लगे प्रतिबंध के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (JDU Lalan Singh) ने बुधवार को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्र सरकार को बताना चाहिए कि किन-किन कारणों से पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया गया है. केंद्र सरकार के पास क्या प्रमाण है यह भी उजागर करना चाहिए. ललन सिंह ने सुशील मोदी (Sushil Modi) के बयान पर कहा कि वह क्या बोलते हैं उस पर हम ध्यान नहीं देते हैं. उनको कोई काम नहीं है.


ललन सिंह ने कहा कि सुशील कुमार मोदी को लगता है कि वो ऐसे बोलते रहेंगे तो कोई पद उन्हें मिल जाएगा. कहा कि सुशील कुमार मोदी ने ही कभी कहा था कि बिहार में जब एक मोदी है तो दूसरे मोदी का क्या काम है. तो देश में भी एक मोदी को हटाकर सुशील मोदी को ही प्रधानमंत्री बना देना चाहिए. सुशील कुमार मोदी को रोजगार मिल गया है. पीएफआई के मामले पर ललन सिंह ने कहा कि जो घटना बिहार में हुई थी उसमें राज्य सरकार ने पूर्ण सहयोग किया था.


पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर किया हमला


पीएफआई पर प्रतिबंध को लेकर जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. पप्पू यादव ने कहा कि आरएसएस अपनी विचारधारा की बात करे तो सही और पीएफआई अपनी विचारधारा की बात करे तो गलत. इसके लिए केंद्र सरकार को कोर्ट में जाना चाहिए था. पीएफआई पर प्रतिबंध लगाना संविधान के खिलाफ है. जब-जब चुनाव वहां आता है बीजेपी इसी तरह की काम करती है.


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