पटना: बिहार विधानसभा में अध्यक्ष के चुनाव के ठीक पहले राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव का ऑडियो वायरल होने के बाद बिहार में सियासत गर्माने लगी है. बताते चलें कि विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव का कथित ऑडियो बीजेपी ने जारी किया था. ऑडियो में लालू यादव बीजेपी के विधायक ललन पासवान से बात कर स्पीकर चुनाव में साथ मांग रहे हैं. वायरल हो रहे ऑडियो के मुताबिक राजद सुप्रीमों द्वारा बीजेपा निधायक को साथ देने के बदले मंत्री पद का लालच दिया गया है . इस वायरल ऑडियों पर छिड़ी सियासत के बीच कल विधान सभा अध्यक्ष पद पर बीजेपी के विधायक विजय कुमार सिन्हा ने जीत हासिल कर पद ग्रहण कर लिया लेकिन ऑडियो पर छिड़ी जंग अब रुकने का नाम नही ले रही और राजद सुप्रीमों के इस ऑफर के दायरे की कलई धीरे धीरे और खुलने लगी है.पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी समेत वीआईपी पार्टी प्रमुख और मंत्री मुकेश सरनी ने भी इस बात पर मुहर लगा दी है कि राजद की ओर से एनडीए सरकार को तोड़ने का खुला ऑफर इन्हे भी मिला था.



पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का आरोप,मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री पद का मिला था ऑफर



बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एक और सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि मुझे भी राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव की ओर से मुख्यमंत्री पद से लेकर मेरे लोगों के लिये मंत्री पद तक के ऑफर आये थे साथ हीं जीतन राम मांझी ने कहा ये भी कहा कि बीजेपी नेता ,सुशील मोदी का आरोप सत प्रतिशत सही है क्योंकि प्रोटेम स्पीकर बनने के पहले और हटने बाद में खुद मुझे भी मिले थे ऑफर.



वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी का आरजेडी को लेकर बड़ा खुलासा



वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी ने भी राजद का भंड़ाफोड़ करते हुए कहा कि पहले राजद ने हमें धोखा दिया और फिर जब मैं एनडीए के साथ आ गया और सरकार में शामिल हो गया तो मुझे उप मुख्यमंत्री बनाने का दिया गया का खुला प्रलोभन साथ हीं ये भी कहा कि बहुत सारी बातें है जो मैं नही बोल सकता. अब मेरी पूरी निष्ठा एनडीए के साथ है और रहेगी.



राजद ने किया पलटवार,इन नेताओं की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल



हम पार्टी के प्रमुख जीतन राम मांझी और वीआईपी पार्टी मुखिया मुकेश सहनी के इन आरोपों को आरजेडी ने सिरे से नकार दिया. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि उनका क्या भरोसा जो पलटी मार राजनीति करते हैं जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी शुरु से हीं राजनीति में पलटी मारने में महारती रहे हैं तभी तो एनडीए ने जब नकारा तो महागठबंधन का रुख किए और अब जब महागठबंधन ने बाहर का रास्ता दिखाया तो एनडीए की शरण में हैं. इन दोनों की विश्वसनीयता पहले से ही सवालों के घेरे में है. दरअसल एनडीए में उन्हें तवज्जो नहीं मिल रही है इसलिए इस तरह की बातें बोल रहे हैं ताकि पार्टी में उन्हें थोड़ी बहुत तवज्जो मिलने लगे. इनके ऐसे आरोपों को राजद सिरे से नकारती है. जिनकी खुद की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगा हो वो दूसरों पर क्या आरोप लगाएंगें.