बिहार के नवादा जिले में हुई क्रूर मॉब लिंचिंग के मामले में पुलिस ने बड़ा कदम उठाते हुए आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. यह घटना 5 दिसंबर को रोह प्रखंड के भट्टा गांव में हुई थी, जहां 35 वर्षीय अतहर हुसैन को नाम और धर्म पूछकर निशाना बनाया गया. पुलिस के मुताबिक जांच जारी है और बाकी आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है.

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कपड़े बेचने वाले की पहचान बन गई मौत की वजह

अतहर हुसैन नालंदा जिले के निवासी थे और पिछले 20 सालों से नवादा क्षेत्र में कपड़े बेचकर परिवार का पालन कर रहे थे. 5 दिसंबर की शाम वे डुमरी गांव से लौट रहे थे, तभी भट्टा गांव के पास 6–7 नशे में धुत युवकों ने उन्हें घेर लिया. पहले घर और नाम पूछा गया, फिर जब उन्होंने अपना नाम मोहम्मद अतहर हुसैन बताया, तो भीड़ का व्यवहार अचानक हिंसक हो गया. उन्हें जबरन साइकिल से उतारकर पैसे लूटे गए, हाथ-पैर बांधकर एक कमरे में घसीटा गया, जहां क्रूरता की हदें पार कर दी गईं.

धर्म की पुष्टि के नाम पर अमानवीय यातना, कैमरे पर दर्दनाक खुलासा

अतहर ने मौत से पहले ABP NEWS के कैमरे पर बताया था कि उनके साथ किस तरह हैवानियत की गई. आरोप है कि मुस्लिम होने की पुष्टि के लिए उनके कपड़े उतारकर निजी अंगों की तलाशी ली गई. इसके बाद शरीर पर पेट्रोल डाला गया और गर्म लोहे की रॉड से हाथ, पैर, उंगलियों और शरीर को दागा गया. उंगलियां तोड़ी गईं और कान को प्लास से काटा गया. 10–15 लोगों ने लाठियों और रॉड से बेरहमी से पीटा. 7 दिसंबर की रात नवादा सदर अस्पताल में रिकॉर्ड किए गए इस बयान में अतहर कहते हैं कि एक-एक बच्चा मुझे जानता है, फिर भी ऐसा सलूक किया गया, ये जख्म सहा नहीं जा रहा.

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FIR और पुलिस कार्रवाई पर उठते सवाल

पुलिस ने घायल अवस्था में अतहर को बचाकर इलाज कराया, बाद में उन्हें बिहार शरीफ सदर अस्पताल रेफर किया गया, जहां 12 दिसंबर की रात उनकी मौत हो गई. पोस्टमॉर्टम नालंदा सदर अस्पताल में फॉरेंसिक टीम और मजिस्ट्रेट की निगरानी में हुआ. इस मामले में अतहर की पत्नी शबनम ने 6 दिसंबर की रात FIR दर्ज कराई थी. 

वहीं पहले अतहर पर चोरी का आरोप लगाते हुए भी एक शिकायत दर्ज हुई थी, जिसने मामले को और उलझा दिया. रोह थाना प्रभारी के अनुसार अब तक आठ आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. गौरतलब है कि 2025 में नवादा में चोरी के शक और डायन आरोप जैसे मामलों में भी हिंसा और मौत की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिससे कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.