बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार के जरिए लगातार हर वर्ग के लोगों को खुश करने का काम किया जा रहा है तो अब कई लोगों की इच्छा बढ़ने लगी है. लगातार नए-नए आंदोलन की भी शुरुआत हो रही है. इसी कड़ी में बिहार में चल रहे भूमि सर्वे में कार्यरत विशेष सर्वेक्षण अमीन भी अपनी मांगों को लेकर शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.

नौकरी को नियमित करने की मांग

अमीन लोग संविदा पर बहाल हुए थे, लेकिन अब वह अपनी नौकरी को नियमित करने सहित पांच पुत्री मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ पटना के गर्दनीबाग में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे गए हैं. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के जरिए 16 अगस्त से  20 सितंबर तक राजस्व महाअभियान की शुरूआत की गई है.

इसके तहत जिन जमीन मालिकों को जो भी समस्या होगी, इनमें ऑनलाइन निबंधन, नामांतरण, बंटवारा के आवेदन म्यूटेशन या जमीन के कागज में कोई भी त्रुटियों को लेकर पंचायत स्तर तक शिविर लगाया गया है. इस शिविर में विशेष सर्वेक्षण अमीन लैपटॉप और इंटरनेट डोंगल के साथ मौजूद रहकर आवेदनों पंजीकृत करेंगे, लेकिन विभाग इस महा अभियान के पहले दिन विशेष सर्वेक्षण अमीन  हड़ताल पर चले गए हैं. 

आंदोलन कर रहे अमीनों ने बताया कि हम लोग की बहाली परीक्षा लेकर की गई थी. हम लोग क्वालिफाइड होकर बहाल हुए हैं. यह बात सही है कि हम लोग को संविदा पर बहाल किया गया था. लेकिन कई विभागों में संविदा वालों को नियमित किया गया है फिर हम लोग को क्यों नहीं किया गया. जब महाअभियान के लिए कहा गया तो उस वक्त भी हम लोग बोले कि जब तक हम लोग की मांग पूरी नहीं होगी हम लोग इस महाअभियान में नहीं रहेंगे.

'मांग पूरी नहीं होने तक आंदोलन पर डटे रहेंगे'

अमीनों ने कहा, "हम लोगों ने विभाग के अपर मुख्य सचिव को संघ की ओर से पत्र लिखकर बता दिया था कि हम लोग की मांग पूरी नहीं होगी तो महाअभियान के दिन से ही हम लोग हड़ताल पर जाएंगे, लेकिन अभियान नहीं रोका गया तो हम लोग भी हड़ताल पर चले आए हैं. एक अमीन ने बताया कि जब नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा लेकर नियमित किया जा सकता है तो फिर हम लोग को क्यों नहीं किया जा रहा है. सरकार हम लोग की मांग जब तक पूरी नहीं करेगी तब तक हम लोग आंदोलन पर डटे रहेंगे.

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