पटना: बिहार विधान सभा अध्यक्ष पद के चुनाव के ठीक पहले रांची जेल में बंद राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव ने फोन कर एनडीए के विधायक को प्रलोभन देकर एनडीए के पक्ष में वोट करने की बात कही जिसपर एनडीए पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी द्वारा संज्ञान लेते हुए ट्वीट किया और रातों रात यह ऑडियो वायरल हो गया.उसके बाद बिहार का राजनीतिक तापमान इतना बढ़ गया कि अब अध्यक्ष पद पर एनडीए के विधायक के चुनाव जीतने के बाद एनडीए इस मामले की सीबीआई जांच की अनुसंशा लेकर केन्द्र सरकार से अपील करने का मन बनाने लगी है.



ऑडियो मामले पर डिप्टी सीएम ने कही ये बातें



बिहार की नई सरकार के डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद ने कहा कि विपक्ष का सदन में अमर्यादित आचरण रहा. हमने सभी से आग्रह किया था दूरभाष पर की एक परम्परा है उसे कायम रखा जाये पर किसी ने मेरी बात नही सुनी,परिणाम तो तय था और जीत भी सत्य की हुई. पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने हमारे विधायक को जिस प्रकार से धमकी दी उसकी हम निंदा करते हैं.झारखंड से फ़ोन हुआ है ऐसे में झारखंड सरकार से वैधानिक एक्शन की उम्मीद करता हूं. पहली कार्रवाई के लिए झारखंड सरकार का इन्तजार करेंगे,कारवाई नहीं हुई तो केन्द्र सरकार से सीबीआई जांच की मांग करेंगे. बिहार की राजनीति के लिए ये एक दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि एक महादलित परिवार से आये नये विधायक को ऐसे धमकी दिया जा रहा है,इससे तो इनकी पोल हीं खुल गयी.कई जगह और भी हैं जहां लालू यादव का फ़ोन गया है.



विधायक ललन पासवान ने कही ये बातें




लालू यादव ने जिस विधायक को फोन कर वोट नही करने की बात कही थी वो विधायक हैं ललन पासवान. विधायक ललन पासवान ने इस ऑडियो मामले को लेकर कहा कि जो बात हुई वो ऑडियो में स्पष्ट है. मेरे पी ए ने कहा की लालू जी बात करेंगे,मुझे लगा की क्षेत्र के काम के सम्बन्ध में फ़ोन किया होगा,मुझे लगा बधाई देंगे,मैं उत्साहीत हुआ,मगर जो बात उन्होने कही उससे मैं खुद शॉक्ड हो गया.