Kishanganj News: बिहार के किशनगंज के एक स्कूल में शुक्रवार को परीक्षा के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि कई छात्राएं अचानक रोने और चिल्लाने लगीं. पूरा मामला सदर प्रखंड के सालकी स्थित मध्य विद्यालय का है. शुक्रवार को मैट्रिक की परीक्षा देने पहुंची आधा दर्जन छात्राएं अचानक से ही रोने और चिल्लाने लगीं, जिसकी वजह से मौके पर अभिभावकों की भीड़ जुट गई. द्वितीय पाली में विज्ञान की परीक्षा शुरू होने से पहले करीब आधे घंटे तक विद्यालय में अजीबो गरीब स्थिति उत्पन्न हो गई.

विद्यालय में क्यों बदहवास हो गई थीं छात्राएं 

विद्यालय के बाहर मौजूद कई अभिभावकों ने बताया कि छात्राएं अचानक जिस तरह का व्यवहार कर रही थीं, उससे अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया. एक व्यक्ति ने बताया कि छात्राओं के चीखने और चिल्लाने की आवाज विद्यालय से बाहर तक आ रही थी और छात्राएं बदहवास हो गई थीं, जिसकी वजह से अभिभावकों और शिक्षकों के हाथ पांव फूलने लगे.

एक अभिभावक ने कहा कि छात्राएं नेगेटिव एनर्जी अर्थात भूत प्रेत का शिकार हो गई थीं. एक स्थानीय व्यक्ति मो. गुड्डू अंसारी ने बताया कि इससे पहले भी एक छात्रा जो कि विद्यालय में पढ़ती थी वो भूत प्रेत का शिकार हो गई थी, जिसने बाद में पढ़ाई छोड़ दी थी. उन्होंने कहा कि स्कूल में भूत है, जिसकी वजह से छात्राएं रोने और चिल्लाने लगी थीं. वहीं आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया गया, जिसके बाद बेलुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची और छात्राओं की जांच की गई.

यह मामला करीब एक घंटे तक चला. इस दौरान परीक्षा देने पहुंची अन्य छात्र छात्राएं भी परेशान रहीं. प्रधान शिक्षक तमाल कुमार घोष ने बताया कि कुछ छात्राएं परीक्षा देने पहुंची और वो अचानक भूत भूत बोल कर रोने लगीं. उन्होंने कहा कि छात्राओं को समझाया गया कि यहां कोई भूत नहीं है और स्वास्थ्य विभाग को भी सूचित किया गया. जिसके बाद चिकित्सकों ने छात्राओं की जांच की. तमाल घोष ने आगे कहा कि गणित की परीक्षा के दिन एक छात्रा का ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था, जिसकी वजह से वो कांप रही थी.

डॉक्टर की जांच के बाद छात्राओं ने दी परीक्षा

उन्होंने कहा कि चिकित्सकों के जरिए की गई जांच के बाद सभी छात्राएं परीक्षा दे रही हैं. ऐसा लगता है कि प्रश्न पत्र कठिन रहने की वजह से इस तरह की घटना हुई है. उन्होंने कहा कि विद्यालय में किसी तरह का कोई भूत प्रेत नहीं है. एक स्वास्थ्य कर्मी ने कह कि जब वो विद्यालय पहुंचे थे, तब छात्राएं ठीक थीं और आराम से सभी छात्र छात्राएं परीक्षा दें रही थीं. छात्राएं इस स्थिति में क्यों पहुंची यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन इस घटना के बाद अफवाहों का बाजार गर्म हो चुका है. 

ये भी पढ़ेंः 'कम आंकने की भूल न करें', बिहार में कांग्रेस की दो टूक, कहा- 70 सीट तो हम हर हाल में लेंगे