पटना: सुशांत आत्महत्या मामले में मुम्बई पुलिस के रवैये को लेकर बिहार कैडर के आईपीएस ऑफिसर विकास वैभव ने ट्वीट कर पुलिस की कार्यशैली को लेकर नसीहत दी है. सुशांत आत्महत्या मामले की चर्चा किए बगैर उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि "पुलिस की कार्यशैली में पारदर्शिता अत्यंत महत्वपूर्ण है. पारदर्शिता ऐसी जो न केवल हो परंतु स्पष्ट रूप से प्रतीत भी हो. जब ऐसा नहीं होता तब निश्चित ही संदेह उत्पन्न होता है, जो उचित नहीं है. पारदर्शिता से ही पुलिस में आम जनता का विश्वास बढ़ता है. संदर्भ स्पष्ट है."



हालांकि कल बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि "हमारी टीम वहां गई हुई है और हमारे सीनियर एसपी लगातार उनके संपर्क में हैं. कल डीसीपी से हमारी टीम की एक अच्छी मुलाकात हुई है और उन्होंने सहयोग का आश्वासन दिया है. मुझे जो सूचना प्राप्त हुई है वो लोग भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही सुप्रीम कोर्ट कोई आदेश जारी करेगा, उसके बाद जो भी एविडेंस मुंबई पुलिस को मिले हैं, वो हमें सुपुर्द कर देंगे."


दरअसल, अभिनेता सुशांत सिंह आत्महत्या मामले में जांच के लिए बिहार पुलिस की एक टीम मुम्बई गई है. इस बीच यह खबर है कि मामले की जांच में मुम्बई पुलिस से बिहार पुलिस की टीम को अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है. मुम्बई पुलिस से जुड़ी ऐसी कई बातें सामने आ रही है जो संदेहास्पद है. ऐसे में विकास वैभव ने ट्वीट कर यह बात कही है. बता दें कि, अभिनेता सुशांत के पिता केके सिंह की ओर से पटना के राजीवनगर थाने में गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर कराया गया है. एफआईआर में रिया पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसकी जांच करने के लिए बिहार पुलिस की तीन सदस्यीय टीम मुम्बई गई है. वहीं एक और टीम के जाने की चर्चा है.


बता दें कि विकास वैभव 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, जो फिलहाल भागलपुर के डीआईजी के रूप में पदस्थापित हैं. आईआईटी, कानपुर के छात्र रहे विकास वैभव इससे पहले बिहार के रोहतास, दरभंगा, पटना के अलावा औरंगाबाद और बगहा में भी पदस्थापित रहे हैं. इसके अलावा एनआईए में भी एसपी के तौर पर भी उन्होंने काम किया है. बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को पटना एसएसपी रहने के दौरान उन्होंने गिरफ्तार किया था.