बिहार के नवादा जिले के वारसलीगंज थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है, जहां एक नाबालिग लड़की के साथ उसके गांव के ही एक व्यक्ति ने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. लड़की लकड़ी चुनने नदी किनारे गई थी.  

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नाबालिग को जबरन पिलाई शराब

आरोपियों ने नाबालिग को जबरन शराब पिलाई और फिर एक-एक करके दुष्कर्म किया. बिहार में शराबबंदी के बावजूद इस तरह की घटना ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीन अन्य फरार हैं.

यह दिल दहलाने वाली घटना शनिवार 13 सितंबर की देर शाम वारसलीगंज के एक गांव में घटी. पीड़िता, जो एक महादलित परिवार से है, अपनी सहेलियों के साथ नदी किनारे लकड़ी चुनने गई थी. पीड़िता की मां ने बताया कि चार लड़कियां साथ थीं, लेकिन अन्य लड़कियां वापस आ गईं, जबकि उनकी बेटी को चार युवकों ने पकड़ लिया.

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इनमें से एक युवक गांव का दामाद था, जिसे पीड़िता जीजा कहती थी. आरोपियों ने पहले नाबालिग को पानी मांगने पर पटक दिया और जबरन शराब पिलाई. इसके बाद चारों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया. बाद में पीड़िता गंभीर हालत में नदी किनारे उसी स्थान पर पाई गई और परिवार को आपबीती बताई. 

पीड़िता की बड़ी बहन भी उसी समय जलावन लेने गई थी. उसने किशोरी की चीख सुनी और मौके पर पहुंची. बड़ी बहन ने पीड़िता को अर्धनग्न अवस्था में पाया. पीड़िता ने बताया कि आरोपियों ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया. पीड़िता  ने वारसलीगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. मामला पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज किया गया है.

एसडीपीओ भास्कर कुमार ने रविवार को बताया कि शनिवार रात पुलिस को जानकारी मिली थी. पीड़िता के आवेदन के आधार पर धारा 482/25 के तहत पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया गया. डीएसपी ने पुष्टि की कि चार आरोपियों में से एक, रेनू कुमार, को गिरफ्तार कर लिया गया है. बाकी तीन आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. पीड़िता की मेडिकल जांच कराई गई है. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि फरार आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा. इस बीच, पीड़िता और उसके परिवार को सुरक्षा और सहायता प्रदान की जा रही है.

लोगों में गुस्सा और डर का माहौल

बता दें बिहार में 2016 से शराबबंदी लागू है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर इस नीति की प्रभावशीलता पर सवाल उठाए हैं. आरोपियों के नशे में होने और नाबालिग को शराब पिलाने की बात ने यह साफ कर दिया है कि अवैध शराब की उपलब्धता अब भी एक गंभीर समस्या है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सीमावर्ती क्षेत्रों से तस्करी इसकी मुख्य वजह है.इस जघन्य अपराध ने नवादा और आस-पास के इलाकों के लोगों में गुस्सा और डर का माहौल पैदा कर दिया है.

घटना के बाद लोग प्रशासन से कड़ी कार्रवाई और पीड़िता को त्वरित न्याय की मांग कर रहे हैं. इस घटना के बाद चार लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. गांव के ही 20 वर्षीय  रेणु कुमार जिसकी गिरफ्तारी हो गई है. वहीं 20 वर्षीय छोटे मांझी, 23 वर्षीय विनमा मांझी और 23 वर्षीय जुगन मांझी आरोपी है, जिन्होंने नाबालिक को अकेला देखकर पकड़ लिया और आरोपियों ने किशोरी को झाड़ियों में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसके कपड़े फाड़ दिए.

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