सुपौल: बिहार के सुपौल जिले का त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल अपने अजीबोगरीब कारनामों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहता है. ताजा मामला रविवार की शाम का है, जहां अस्पताल के प्रसव वार्ड के बाहर घंटों झाड़फूंक का खेल चलता रहा. जिसे अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्यकर्मी और डॉक्टर मूकदर्शक बने देखते रहे. हालांकि, जब झाड़फूंक से भी प्रसूता की तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो परिजन उसे किसी निजी क्लीनिक लेकर चले गए. 

वार्ड के बाहर की प्रसूता की झाड़फूंक

मिली जानकारी अनुसार रविवार को दिन के सवा एक बजे क्षेत्र के पिलुवाहा पंचायत के वार्ड नम्बर एक निवासी दिनेश कुमार यादव अपनी पत्नी कल्पना कुमारी(21) को प्रसव पीड़ा होने के बाद अनुमंडलीय अस्पताल लेकर पहुंचे थे. लेकिन देर संध्या तक जब प्रसूता की प्रसव पीड़ा शांत नहीं हुई तो परिजनों ने एक तांत्रिक को अस्पताल बुलवाया. तांत्रिक ने स्वास्थ्य व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए प्रसूता की झाड़फूंक वार्ड के बाहर शुरू कर दी.

इस संबंध में प्रसूता की मां ने कहा कि बेटी के शरीर पर भूत का प्रकोप है. इसलिए तांत्रिक को बुलाया था. वहीं, पीड़िता के पति दिनेश कुमार यादव बताते हैं कि उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई तो वे उसे लेकर अस्पताल आए. डॉक्टरों के इलाज के बाद भी जब उसे आराम नहीं मिला, तब अस्पताल के बगल के गांव लालपट्टी से तांत्रिक को बुलाकर झाड़फूंक कराई गई. 

डॉक्टर ने कही ये बात 

इधर, इस संबंध में जब ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर सुमन कुमारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी ड्यूटी दो बजे से थी. जब वो ड्यूटी पर आईं तो देखा कि महिला वार्ड में ही थी. अब बाद में परिजनों ने क्या किया, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है.

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