पटनाः बिहार में राजनीतिक परिस्थिति इन दिनों अजीबो गरीब मोड़ पर आ कर खड़ी हो गई है. चुनाव सामने आ खड़ी है. अब तक ना एनडीए में कुछ तय है और ना ही महा गठबंधन की तस्वीर साफ हो पाई है.अब हद ये हो गयी की कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने तेजस्वी को ही घेरे में ले लिया.


कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने क्या कहा?


देर रात पटना एयरपोर्ट पहुंचे शक्ति सिंह गोहिल ने लालू यादव की तारीफ की लेकिन तेजस्वी यादव पर सवाल खड़े कर दिए उन्होंने कहा कि लालू यादव रहते तो इस तरीके की समस्या नहीं आती और आज जो है समय ऐसा है कि हम लोग नहीं चाहते हैं कि गठबंधन टूटे लेकिन कुछ लोगों की वजह से अगर ऐसा हो सकता है.

राजद का बयान


इधर कांग्रेस प्रभारी के इस बयान के बाद राजद तिलमिला गयी है.आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि शक्ति सिंह गोहिल अगर सहयोगी दल के नेता है तो उन्हें तेजस्वी यादव के ऊपर इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. तिवारी ने कहा है कि शक्ति सिंह गोहिल को यह बात समझनी चाहिए कि अगर कांग्रेस बिहार में महागठबंधन की नाव में छेद करेगी तो वह डूब जाएगी. कांग्रेस को यह नहीं भूलना चाहिए कि बिहार में तेजस्वी यादव महागठबंधन के सीएम पद के कैंडिडेट हैं और उनके ऊपर सवाल उठाने से महागठबंधन को नुकसान होगा.तिवारी ने कहा कि कांग्रेस को हठ छोड़नी चाहिए. शक्ति सिंह गोहिल को एनडीए को हटाने में शक्ति लगानी चाहिए. लेकिन वह तेजस्वी यादव के खिलाफ बोलने में शक्ति लगा रहे हैं. शक्ति सिंह गोहिल को बिहार के बारे में पता नहीं है. बिहार की 12 करोड़ जनता तेजस्वी यादव के नाव पर सवार है. इस नाव में जो छेद करेगा उसको जनता डूबा देगी. कांग्रेस के स्क्रिनिंग समिति के चेयरमैन आते हैं तो बयान देते हैं कि 243 सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी. शक्ति सिंह गोहिल महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी पर सवाल उठा रहे है. आखिर वह किससे इशारे पर विरोध कर रहे हैं.अगर कांग्रेस छेड़ेगी तो आरजेडी भी नहीं छोड़ेगी

एनडीए ले रहा है मजा


इन सबके बीच मज़े ले रहा है सत्तारुढ दल जद यू जिसके प्रवक्ता राजीव रंजन कह रहे हैं की महागठबंधन का अब कोई अस्तित्व नही,तेजस्वी के अहंकार और अनुभवहीनता के कारण सभी साथी उनका साथ छोड़ रहे हैं. बिहार की राजनीति के नाव में सवार होने की होड़ तमाम दलों में लगी है ऐसे में ये अंतर्द्दन्द में कौन किनारे पहुंच पाता है ये तो वक्त हीं बताएगा.