महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर फंसे मामले के बीच पशुपति कुमार पारस की पार्टी ने बड़ा बयान दिया है. बुधवार (08 अक्टूबर, 2025) को एबीपी न्यूज़ से बातचीत में पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि हम लोग एनडीए में वापस कभी नहीं जाएंगे. अगर चिराग एनडीए से अलग होते हैं तब भी नहीं जाएंगे. हम लोग अकेले सभी सीटों पर भी चुनाव लड़ सकते हैं. हम लोगों के सारे विकल्प खुले हुए हैं.

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पारस की पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि आज केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला हो गया. चिराग जिन-जिन सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे उन-उन सीटों पर आरएलजेपी उम्मीदवार देगी. चिराग की पार्टी का खाता नहीं खुलने देना है, इसलिए यह रणनीति अपनाई गई है. चिराग पासवान अकेले भी लड़ेंगे तब ही हर सीट पर उनके खिलाफ कैंडिडेट देंगे.

दूसरी ओर महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर उन्होंने कहा, "महागठबंधन के दलों ने हम लोगों से गठबंधन के लिए पहल नहीं की न महागठबंधन की बैठकों में हम लोगों को बुलाया गया."

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महागठबंधन में 2-3 सीट की ही उम्मीद

बता दें कि पशुपति पारस की पार्टी शुरू से चाह रही है कि महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ा जाए. हालांकि अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है. कई कारणों से मामला फंसा है. सूत्रों की मानें तो महागठबंधन में पशुपति पारस की पार्टी को 2-3 सीट ही मिल सकती है. इतने पर अगर वे मान जाते हैं तब तो ठीक है नहीं तो फिर देखने वाली बात होगी कि पशुपति कुमार पारस आगे का क्या स्टैंड लेते हैं.

दूसरी ओर पशुपति पारस की पार्टी अगर अकेले चुनाव लड़ती है तो फिर तस्वीर देखने लायक होगी. गौरतलब हो कि 2020 के विधानसभा चुनाव में पशुपति पारस के भतीजे चिराग पासवान ने अकेले चुनाव लड़ा था. सबसे अधिक नुकसान नीतीश कुमार की पार्टी को हुई थी. हालांकि पारस की पार्टी किसे कितना नुकसान पहुंचाएगी ये वक्त बताएगा.

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