पटना: बिहार विधान सभा चुनाव के पहले चरण में होने वाले 71 सीटों पर मैदान संभालने वाले 1065 प्रत्याशी हैं. इनमें बड़े दलों में 353 प्रत्याशी हैं जिनमें से 164 उम्मीदवारों की छवि दागदार है. हत्या, हत्या की कोशिश, घोटाला, रंगदारी, बाल अपराध, और धोखाधड़ी जैसे अपराध के आरोपियों को 9 राजनीतिक दलों ने उम्मीदवार बनाया है. इस बार तमाम दलों ने बाहुबली दबंग और दागदार प्रत्याशियों के भरोसे चुनावी नैया पार करने की राह चुनी है.




दागी उम्मीदवारों की सूची में कौन अव्वल




अब सवाल अगर ये उठता है कि दागी उम्मीदवारों की सूची में कौन अव्वल है तो आरजेडी इन सब में सबसे आगे है पार्टी में सबसे ज्यादा 38 केस के आरोपी अनंत सिंह को मोकामा सीट से प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी ,एलजेपी और जाप ने भी बाहुबलियों का पर पूरा भरोसा दिखाया है. तीनों दल दबंग प्रत्याशियों के मामले में दूसरे स्थान पर है. तीनों ने 21,21 उम्मीदवार उतारे हैं.वहीं 17 दागदार प्रत्याशियों की सूची के साथ तीसरे स्थान पर 14 उम्मीदवारों के साथ जेडीयू है.




औसत के हिसाब से बीजेपी और संख्या में राजद दागियों में नंबर वन




दागियों की संख्या लिस्ट में टॉप 3 में बीजेपी सबसे अव्वल है . दलों में उम्मीदवारों के हिसाब से आरजेडी में 42 प्रत्याशी मे से 29 दागी हैं तो बीजेपी 29 प्रत्याशी 21 दागी वहीं हैं एलजेपी 42 प्रत्याशीमें से 21 दागी हैं और जाप के 32 प्रत्याशी मे से 21 दागी हैं.




आरजेडी और जेडीयू में दागियों पर टक्कर




आरजेडी और जेडीयू का दागी उम्मीदवारों पर संयुक्त कब्जा है अतरी विधानसभा सीट से आरजेडी उम्मीदवार अजय यादव और बेलागंज से जेडीयू के उम्मीदवार अभय कुमार सिन्हा 14 केस में आरोपी हैं अजय पर गया पटना और जहानाबाद में हत्या, हत्या की कोशिश, चोरी छिंतई वसूली के आरोप हैं, दूसरी ओर जदयू के अभय कुमार सिन्हा लूटपाट सरकारी काम में बाधा पहुंचाने समेत कई गंभीर आरोपों के आरोपी है