बिहार विधानसभा चुनाव (2025) के नतीजों से पहले एग्जिट पोल के नतीजों में एनडीए की सरकार बनती दिख रही है. टुडेज चाणक्य का एग्जिट पोल भी जारी हो गया है. इसमें एनडीए गठबंधन की सरकार को 160 सीटें मिलती दिख रही हैं तो आरजेडी गठबंधन को 67 सीटें मिल रही हैं. अन्य के खाते में 6 सीटें जा रही हैं. इससे पहले आए कई एग्जिट पोल में भी आंकड़ों ने यह बताया कि बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी.
दूसरी ओर टुडेज चाणक्य ने जाति के आधार पर भी सर्वे किया है. इससे यह पता चला है कि यादव जाति के लोगों ने भी एनडीए गठबंधन को वोट दिया है. आरजेडी गठबंधन को 67 प्रतिशत यादवों के वोट मिलते दिख रहे हैं. वहीं, बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को 23 प्रतिशत मत हासिल हुआ है.
किस गठबंधन को कितनी सीटें?
- एनडीए- 160 सीट (+/- 12 सीट)
- महागठबंधन- 77 सीट (+/- 12 सीट)
- अन्य- 6 सीट (+/- 3 सीट)
किस गठबंधन को कितना वोट शेयर?
- एनडीए - 44 (+/- 3%)
- महागठबंधन- 38 (+/- 3%)
- अन्य- 18 (+/- 3%)
अन्य किस वर्ग से किसे कितना मिला वोट?
टुडेज चाणक्य के सर्वे के अनुसार, एनडीए गठबंधन को इस चुनाव में ओबीसी और ईबीसी इन दो वर्गों का करीब 55 प्रतिशत मत मिलता दिख रहा है. वहीं, महागठबंधन को सिर्फ 24 प्रतिशत के साथ संतोष करना पड़ सकता है. अनुसूचित जाति (एससी) से बीजेपी गठबंधन के खाते में 58 प्रतिशत मत जा सकता है. महागठबंधन को सिर्फ 26 प्रतिशत मतों से संतोष करना पड़ सकता है.
मुस्लिम वोटर्स किसके साथ?
मुस्लिम वर्ग का वोट आरजेडी को सबसे अधिक जाता है. अगर इसकी बात की जाए तो ये वोटर्स आज भी तेजस्वी यादव का साथ दे रहे हैं. टुडेज चाणक्य अपने एग्जिट पोल में बताया है कि आरजेडी गठबंधन को मुस्लिमों का 69 प्रतिशत मत मिल सकता है. बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को सिर्फ 12 प्रतिशत के मत से ही संतोष करना पड़ सकता है.
बीजेपी गठबंधन को ब्राह्मण-बनिया का वोट
टुडेज चाणक्य ने ब्राह्मण, बनिया और राजपूतों के वोटिंग ट्रेंड पर भी सर्वे किया. इसमें यह पता चला कि इन जातियों का 63 प्रतिशत मत बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को मिल रहा है. महागठबंधन को सिर्फ 19 प्रतिशत से संतोष करना पड़ सकता है.