बिहार विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ चुके हैं. ऐसे में बिहार की 7 मुस्लिम बाहुल्य जिलों की विधानसभा सीटों के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं. एबीपी लाइव के पत्रकारों के एग्जिट पोल्स के अनुमान के अनुसार बिहार के सात जिले जहां मुस्लिम 20 फीसदी से लेकर 68 फीसदी हैं.

Continues below advertisement

यहां पर एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. पत्रकारों के एग्जिट पोल के मुताबिक 51 जिलों के आंकड़े सामने आए हैं. 

पत्रकारों के एग्जिट पोल में 7 जिलों का अनुमान

एबीपी बिहार एक्सपर्ट्स एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक, 51 सीटों में 30 सीटों पर एनडीए, 18 सीटों पर महागठबंधन और 3 सीटों पर दोनों गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है. 

Continues below advertisement

किशनगंज की चार सीटों का हाल क्या है?

मुस्लिम बाहुल्य जिला किशनगंज की 4 सीटों में महागठबंधन को 3 सीटें मिल सकती हैं. इसके अलावा 1 सीट पर कड़ी टक्कर देखी जा रही है. तीन सीटों में दो सीटों पर आरजेडी और 1 पर कांग्रेस जीत सकती है. दूसरी ओर एनडीए गठबंधन और महागठबंधन 1 सीट पर कांटे की टक्कर में दिख रहे हैं. बता दें साल 2020 के चुनावों में इन चार सीटों में दो पर एआईएमआईएम, एक सीट पर कांग्रेस और एक सीट पर आरजेडी ने जीत दर्ज की थी.

पूर्णियां सीट का क्या है समीकरण?

पूर्णियां जिले में 7 सीट हैं. इस बार 2025 के चुनाव में 3 सीटों पर एनडीए, 3 पर महागठबंधन और 1 सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है. दो सीटों पर बीजेपी और एक पर जेडीयू के जीतने की उम्मीद है. दूसरी ओर दो सीटों पर आरजेडी और एक सीट पर कांग्रेस के जीतने की संभावना है. साथ ही अन्य एक सीट पर कांटे का मुकाबला दिख रहा है. बात करें पिछले चुनाव की तो इन 7 सीटों में से 4 पर एनडीए और 1 पर महागठबंधन ने जीत दर्ज की थी. इसके अलावा एआईएमआईएम ने 2 सीटों पर चुनाव जीता था. 

दरभंगा जिले के आंकड़ों पर एक नजर

दरभंगा जिले में विधानसभा की 10 सीटें हैं. इस चुनाव में 6 सीटें एनडीए और 4 सीटें महागठबंधन को मिलने की संभावना है. जिसमें 2 बीजेपी और 4 सीटें जेडीयू के खाते में जा सकती है. दूसरी ओर 3 सीटों पर आरजेडी और एक सीट पर वाम मोर्चा जीत सकती है. पिछले चुनाव में इन सीटों पर 9 में एनडीए गठबंधन और एक सीट पर महागठबंधन ने जीत दर्ज की थी. जिसमें बीजेपी ने 5, जेडीयू ने 3 और 1 वीआईपी (उस समय एनडीए में) ने जीती थी. इसके अलावा 1 सीट पर आरजेडी जीती थी. 

पश्चिमी चंपारण की 9 सीटों का अनुमान

पश्चिमी चंपारण में 6 सीटों पर एनडीए और 3 सीटों पर महागठबंधन की जीत का अनुमान लगाया जा रहा है. इसमें 4 सीटें बीजेपी और 2 सीटें जेडीयू को मिल सकती हैं. दूसरी ओर 2 कांग्रेस और एक सीट आरजेडी के खाते में जा सकती है. साल 2020 के विधानसभा चुनावों में एनडीए ने 8 और महागठबंधन ने एक सीट जीती थी. इसमें 7 पर बीजेपी, 1 पर जेडीयू और 1 पर वाम मोर्चा ने जीती थी.

सीतामढ़ी की 8 सीटों के आंकड़े

सीतामढ़ी में इस बार 7 सीटों पर एनडीए गठबंधन जिसमें से 4 बीजेपी और 2 जेडीयू और 1 सीट लोजपा को मिल सकती हैं. वहीं एक सीट पर आरजेडी बाजी मार सकती है. पिछले चुनावों में एनडीए ने 6 सीटें जीती थी, जिसमें 4 बीजेपी और 2 जेडीयू के खाते में गई और 2 सीटें आरजेडी ने जीती थीं.

कटिहार जिले की 7 सीटों पर किसका मुकाबला?

कटिहार में इस बार 4 सीटों पर एनडीए को बढ़त मिल रही है, जिसमें से 3 पर बीजेपी और 1 पर जेडीयू के जीतने की उम्मीद है. दूसरी तरफ 3 सीटों पर महागठबंधन ने बढ़त बना रखी है, जिसमें 2 कांग्रेस और 1 वाम मोर्चा जीत सकती है. इसके अलावा साल 2020 में एनडीए को 4 और महागठबंधन को 3 सीट मिली थी. 

अररिया जिले में इस बार क्या होगा?

अररिया जिले की 6 सीटों में से 3 सीटों पर एनडीए गठबंधन और 2 सीटों पर महागठबंधन, जबकि 1 सीट पर कड़ा मुकाबला दिखाई दे रहा है. पिछली बार के चुनाव में यहां कि 4 सीटों पर एनडीए और 1 सीट पर महागठबंधन ने जीत दर्ज की थी और 1 सीट एआईएमआईएम ने कब्जाई थी. 

कुल मिलाकर 2020 में एनडीए गठबंधन को इन 7 जिलों की 51 सीटों में 35 सीटें मिली थीं. दूसरी तरफ महागठबंधन को 11 सीटें मिलीं थीं. इसके अलावा 5 सीटें एमआईएमआईएम के खाते में गई थीं.