बिहार विधानसभा चुनाव: बिहार में इस वक्त सियासत जोरों पर हैं. सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने के लिए महीनों से प्रयास में जुटे हुए हैं. लेकिन थोड़ी देर में चुनाव आयगोग बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करने वाला है. इसके बाद सियासी घमासान और बढ़ने वाला है. इससे पहले हम आपको 2015 में हुए विधानसभा चुनाव की पूरी जानकारी दे रहे हैं.


साल 2015 के विधानसभा चुनाव पांच चरणों में चुनाव हुए थे


1st Phase- 12 Oct
2nd Phase- 16 Oct
3rd Phase- 28 Oct
4th Phase- 1 Nov
5th Phase- 5 Nov


Result- 8 Nov


20 नवंबर 2015 को नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. नीतीश कुमार ने पांचवी बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.


बिहार विधानसभा की कुल सीटें- 243


सामान्य सीट- 203
अनुसूचित जाति- 38
अनुसूचित जनजाति- 2


2015 के चुनाव की बड़ी बातें-


* आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था.


* गठबंधन में जेडीयू और आरजेडी बराबर-बराबर सीटों पर लड़े.


* JDU ने 101 सीटों पर चुनाव लड़ी और 71 सीटों पर जीत दर्ज की. उसका वोट शेयर 40.65 फीसदी रहा.


* RJD ने भी 101 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और 80 सीटों पर जीत दर्ज की. आरजेडी का वोट शेयर 44.35 फीसदी रहा.


* कांग्रेस को गठबंधन के तहत 41 सीटें दी गईं. इसमें से वह 27 सीटों पर जीतने में कामयाब रही. वोट शेयर 39.49 रहा.


* BJP ने 157 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और 53 सीटों पर कामयाबी हासिल की थी. बीजेपी का वोट शेयर 37.48 रहा.


* LJP ने 42 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन महज 2 सीटें जीतने में ही कामयाब हो पाई. वोट शेयर 28.79 रहा.


* जीतन राम मांझी की पार्टी ने HAM एक सीट जीती थी.


* भाकपा माले ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की.


* चार निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे.


* RLSP ने 2 दो सीटों पर जीत हासिल की.


तेजस्वी यादव


तेजस्वी यादव राधोपुर से चुनाव लड़े और 22733 वोटों से जीते. दूसरे नंबर पर बीजेपी के सतीश कुमार रहे. तेजस्वी यादव को कुल 91236 वोट मिले. वहीं तेजप्रताप यादव ने महुआ सीट से चुनाव लड़ा था. उन्होंने एचएएमएस के रवींद्र राय को 28156 वोटों से हराया था. तेज प्रताप यादव को कुल 66927 वोट मिले थे.


नीतीश कुमार


पहली बार नीतीश कुमार 3 मार्च 2000 को बिहार के मुख्यमंत्री बने थे. लेकिन वह आठ दिनों तक मुख्यमंत्री रह पाए. समता पार्टी की सरकार बनी थी. दूसरी बार 24 नवंबर 2005 को बिहार के मुख्यमंत्री बने. तीसरी बार 26 नवंबर 2010 को बिहार के मुख्यमंत्री बने. (इसके बाद लोकसभा चुनाव हुआ, इसमें जेडीयू की करारी हार हुई. इसके बाद नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया. तब जीतन राम मांझी पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने.) चौथी बार 22 फरवरी 2015 को बिहार के मुख्यमंत्री बने. 20 नवंबर 2015 को पांचवी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने. छठी बार 27 जुलाई 2017 को बिहार के मुख्यमंत्री बने.