बिहार विधानसभा चुनाव (2025) के पहले चरण में गुरुवार (06 नवंबर, 2025) को 121 सीटों पर मतदान होना है. उससे पहले बुधवार (05 नवंबर, 2025) की शाम फेसबुक पर लाइव आकर वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी खूब रोए. मुकेश सहनी ने कहा कि हम सभी ने गंगाजल लेकर 'आरक्षण नहीं तो वोट नहीं' का संकल्प लिया था, आज भी मैं अपने वचन पर कायम हूं. मेरे पास कई विकल्प थे जिससे सुख-सुविधा मिल सकती थी. अब आपको सोचना है कि आप अपने वचन को कितना निभा रहे हैं.

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‎वीआईपी प्रमुख ने कहा कि आज समय आ चुका है कि यह साबित कीजिए कि हम जुब्बा सहनी के वंशज हैं, जिसने धोखा दिया, जिसने हमारे विधायकों को छीना, उसे हराइए. मैं खुद लड़ाई लड़कर यहां तक पहुंच चुका हूं, अब आपको भी साथ आना पड़ेगा. निषाद का बेटा उपमुख्यमंत्री बनेगा.

'नौ सीट पर टिक अति पिछड़ा समाज से आए लोगों को दिया'

मुकेश सहनी ने कहा, "मैं 11 साल से संघर्ष कर रहा हूं. आजाद भारत में जो किसी ने नहीं किया, वह मैंने कर दिखाया. आज निषाद के चेहरे पर चुनाव हो रहा है. आज प्रधानमंत्री बनने वाले निषाद के साथ मछली मार रहे हैं. आज निषाद का बेटा टिकट बांट रहा है. 14-15 सीटों में से नौ सीट अति पिछड़ा समाज से आए समाज के लोगों को टिकट दिया, जिसमें आठ निषाद हैं. एनडीए ने 243 सीट में से आठ सीट निषाद को नहीं दिया."

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पीएम मोदी, अमित शाह, नीतीश कुमार को हराना लक्ष्य

वीआईपी प्रमुख ने कहा ,"हमारा लक्ष्य है कि बिहार में बदलाव हो और महागठबंधन की सरकार बने. मुझे पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और नीतीश कुमार को हराना है जब तक आप एक बार नहीं हराएंगे, तब तक यह मत सोचिए कि आरक्षण मिल जाएगा. हम इस लड़ाई को जीतने के लिए जान भी देनी पड़े तो देंगे. कल  (मंगलवार, 04 नवंबर, 2025) मैंने अपने भाई को पीछे कर लिया."

‎मुकेश सहनी ने भावुक होकर कहा कि निषाद के वोट में बिखराव नहीं हो, यह सुनिश्चित करना है. यह अंतिम रात है. आप मेरे परिवार हैं और आप ही के लिए लड़ाई लड़ रहा हूं. इस लड़ाई को अंजाम तक लेकर चलिए. 

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