बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले फेज में 121 सीटों पर आज वोटिंग है. प्रदेश की राजनीति में लंबे वक्त से बाहुबलियों का प्रभाव रहा है. इस बार के चुनाव में भी कई सीटों पर अलग-अलग दलों से या तो खुद बाहुबली खड़े हैं या फिर उनके रिश्तेदार चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहे हैं. इनमें मोकामा सीट से जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह और आरजेडी से सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी भी आमने सामने हैं.
दानापुर सीट से रीतलाल यादव मैदान में उतरे हुए हैं. पहले फेज के चुनाव में ऐसे ही कई अन्य सीटें हैं जहां बाहुबली की छवि वाले नेता इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. आईए इन बाहुबलियों की आपराधिक रिकॉर्ड समेत कई अन्य डिटेल जानने की कोशिश करते हैं.
मोकामा (पटना जिला)
यहां से बाहुबली की पहचान वाले अनंत सिंह जेडीयू से चुनाव मैदान में हैं. जबकि आरजेडी ने यहां से बाहुबली नेता सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी को टिकट दिया है.
अनंत सिंह
- 'छोटे सरकार' के नाम से मशहूर
- पिछले कुछ वर्षों में अनंत सिंह दर्जनों आपराधिक मामलों में शामिल रहे हैं.
- 2025 में मामलों की संख्या - गंभीर आईपीसी: 46, गंभीर बीएनएस: 8, अन्य आईपीसी: 37, अन्य बीएनएस: 1
- वर्तमान में - जन सुराज पार्टी समर्थक दुलार चंद यादव की हत्या के सिलसिले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में
- उनके खिलाफ पहला आपराधिक मामला मई 1979 का है, जब उन पर हत्या के एक मामले में मामला दर्ज किया गया था. हालांकि, आरोप पत्र कभी दायर नहीं किया गया.
वीणा देवी
- बिहार के मुंगेर निर्वाचन क्षेत्र से 16वीं लोकसभा की सांसद रह चुकी हैं. उनके पति डॉन से राजनेता बने सूरजभान सिंह हैं.
- हत्या के एक मामले में दोषी ठहराए जाने की वजह से सूरजभान खुद चुनाव नहीं लड़ सकते थे.
- सूरजभान सिंह (60) को 1992 में पड़ोसी बेगूसराय जिले में हुई एक हत्या के मामले में 2008 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.
एकमा (सारण जिला)
मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह (JDU) – बाहुबली विधायक
- वर्तमान में एकमा से विधायक
- 2018 – बोकारो में लौह अयस्क परिवहन से संबंधित जबरन वसूली रैकेट में शामिल होने का आरोप
- 2000 से पहले – भारत के कई राज्यों में कई कथित आपराधिक गतिविधियों में शामिल
- कोई आपराधिक मामला नहीं – 2025 का हलफनामा
दानापुर (पटना)
रीत लाल रॉय (यादव) – मौजूदा विधायक हैं. जेल में बंद थे और हाल ही में ज़मानत पर बाहर आए. आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
- 2025 में कुल मामले - गंभीर आईपीसी: 10, गंभीर बीएनएस: 8, अन्य आईपीसी: 9, अन्य बीएनएस: 2
- हत्या, जबरन वसूली, दंगा और आपराधिक धमकी सहित कई आरोप
कुचायकोट (गोपालगंज जिला)
अमरेंद्र पांडे (JDU) - मौजूदा विधायक है और इस बार भी पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है.
- 2025 में कुल मामले - गंभीर आईपीसी: 20, गंभीर बीएनएस: 1, अन्य आईपीसी: 28, अन्य बीएनएस: 0
- उनके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, गलत तरीके से रोकना, घर में घुसना, जमीन हड़पना, जबरन वसूली, लूट और अवैध हथियार व गोला-बारूद रखने से संबंधित कई मामले लंबित हैं.
- गोपालगंज जिले के कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रहे हैं.
साहेबगंज (मुजफ्फरपुर जिला)
- राजू कुमार सिंह (BJP) – चुनाव मैदान में हैं और इन पर 10 से ज़्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं.
- 2025 में कुल मामले - गंभीर आईपीसी: 10, गंभीर बीएनएस: 0, अन्य आईपीसी: 19, अन्य बीएनएस: 0
- उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट और हत्या सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं
ब्रह्मपुर (बक्सर जिला)
हुलास पांडे (लोजपा - रामविलास) – बाहुबली नेता सुनील पांडे के भाई
- 2023 - सीबीआई ने 2012 के एक सनसनीखेज हत्याकांड में उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.
- हुलास पांडे के विवादास्पद अतीत में ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड में उनकी संलिप्तता भी शामिल है.
- 2024 - प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व राज्य परिषद सदस्य हुलास पांडे की संपत्तियों को लेकर छापेमारी की थी.
- हुलास पांडे जेडीयू के पूर्व विधायक सुनील पांडे के भाई हैं, जिन्हें बिहार की राजनीति में कद्दावर नेता माना जाता है।
संदेश (भोजपुर जिला)
राधा चरण साह (JDU) - बाहुबली एमएलसी चुनाव लड़ रहे हैं.
- 2025 में कुल मामले - गंभीर आईपीसी: 3, गंभीर बीएनएस: 0, अन्य आईपीसी: 4, अन्य बीएनएस: 0
- 2024 - ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पीएमएलए, 2002 के तहत बिहार विधान परिषद के एमएलसी राधा चरण साह द्वारा अर्जित 26.19 करोड़ रुपये की 02 अचल संपत्तियों को अटैच किया.
- ईडी की जांच से पता चला है कि रेत की अवैध बिक्री और उसके खनन पर मुख्य रूप से एक सिंडिकेट का कंट्रोल था.
- सिंडिकेट के सदस्य होने के नाते, राधा चरण साह ने मेसर्स ब्रॉडसंस कमोडिटीज़ प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से भारी मात्रा में आपराधिक आय अर्जित की, जो रेत की अवैध बिक्री में शामिल थी.
चुनाव लड़ने वाले बाहुबलियों के रिश्तेदार में कौन-कौन?
लालगंज (वैशाली जिला)
- शिवानी शुक्ला (RJD) - बाहुबली मुन्ना शुक्ला की बेटी
- शिवानी के पिता विजय कुमार शुक्ला, जिन्हें मुन्ना शुक्ला के नाम से जाना जाता है, तीन बार विधायक रह चुके हैं.
- उनके 'बाहुबली' पिता पूर्व मंत्री बृज बिहारी की हत्या के आरोप में जेल में हैं.
मांझी (सारण जिला)
- रणधीर कुमार सिंह (जदयू) – बाहुबली प्रभुनाथ सिंह के बेटे
- पूर्व आरजेडी सांसद प्रभुनाथ सिंह के पुत्र (विभिन्न राजनीतिक दलों में भी)
- प्रभुनाथ सिंह वर्तमान में हत्या के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं.
- 23 मई 2017 को, प्रभुनाथ सिंह को 22 साल पहले विधायक अशोक सिंह की हत्या के मामले में हजारीबाग कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी.
तरारी (भोजपुर जिला)
- विशाल प्रशांत (BJP) – बाहुबली विधायक सुनील पांडे के बेटे
- उनके पिता सुनील पांडे एक बाहुबली नेता थे, जिनके पास डॉक्टरेट की डिग्री थी. वे भोजपुर ज़िले से चार बार विधायक रह चुके हैं और उन्हें चार बार चुनाव जीतने का श्रेय दिया गया है.
- सुनील पांडे पिछले कुछ वर्षों में हत्या, जबरन वसूली और अपहरण सहित कई आपराधिक मामलों में शामिल रहे हैं.
- उन पर उत्तर प्रदेश की राजनीति में नए-नए प्रवेश करने वाले अपराधी मुख्तार अंसारी की हत्या की सुपारी देने का भी आरोप है.
बनियापुर (सारण जिला)
- केदारनाथ सिंह (BJP) – बाहुबली प्रभुनाथ सिंह के भाई
- 2025 में कुल मामले - गंभीर आईपीसी: 11, गंभीर बीएनएस: 0, अन्य आईपीसी: 14, अन्य बीएनएस: 0
- प्रभुनाथ सिंह वर्तमान में हत्या के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं
संदेश (भोजपुर जिला)
- दीपू सिंह (RJD) – बाहुबली विधायक अरुण यादव के बेटे
- दीपू संदेश की वर्तमान विधायक किरण देवी और पूर्व विधायक अरुण यादव के बेटे हैं.
- उनके पिता अरुण यादव पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और जबरन वसूली सहित 13 आपराधिक मामले दर्ज थे.
- अरुण कुमार यादव पर 18 जुलाई 2019 को आरा में एक नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार का आरोप है.