Bihar Politics: चुनावी मौसम में वार पलटवार का सिलसिला जारी है. राजद ने सोशल मीडिया को सरकार पर हमला करने का माध्यम बना लिया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी लगातार सवाल पूछ रहे हैं. बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था, महंगाई, भ्रष्टाचार, गरीबी, पलायन जैसे मुद्दों पर राजद आक्रामक है.

एक्स पर जारी किए गए पोस्ट में कहा गया है, "बिहार की जनता ने वीडियो जारी कर कहा:- ना…ना…ना…ना…ना नीतीश-मोदी नहीं चाहिए. नहीं चाहिए." साथ ही लोगों से पूछा गया है कि आप कैसा बिहार चाहते हैं. जदयू-बीजेपी सरकार की नाकामियों को उजागर कर राजद ने विकास के वादों को भी सामने रखा है.

राजद के वीडियो पोस्ट पर जदयू ने पलटवार किया है. नीरज कुमार ने लालू राबड़ी शासन और तेजस्वी यादव के अनुभव पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि आप ट्वीट ट्वीट खेलते रहिए जनता आपके क्विट करते रहेगी. जदयू नेता ने कहा, " अब जनता कहती है ना रे बाबा ना वह नरसंहार का बिहार नहीं, अपराध का बिहार नहीं, रीत लाल यादव का बिहार नहीं, शहाबुद्दीन का बिहार नहीं चाहिए. बिहार महात्मा बुद्ध का, बिहार चाणक्य,चंद्रगुप्त और आर्यभट्ट का चाहिए."

राजद के वीडियो पोस्ट पर जदयू का पलटवार

उन्होंने सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए कहा कि मुस्लिम परित्यक्त महिलाओं को 25000 रुपए दिए जाते हैं. बिहार पहले के समय में कहां था. खटारे जीप पर पुलिस वाले चलते थे. आज बिहार में चकाचक इमारतें हैं. शानदार बिल्डिंग और गाड़ी नजर आती है. बेटियों को पुलिस बल में सरकार ने बड़ी हिस्सेदारी दी है. नीरज कुमार ने कहा कि आप ट्विटर बबुआ ट्वीट करते रहिए जनता आपको क्विट करते रहेगी.

'चरवाहा स्कूल की जगह अंतर्राष्ट्रीय यूनिवर्सिटी'

तेजस्वी यादव को ट्विटर बबुआ कहने और बीजेपी के वीडियो शेयर करने का सवाल जदयू नेता से पूछा गया. उन्होंने कहा कि वीडियो के जरिए सच बताएंगे. राजद और जदयू सरकार की तुलना करते हुए उन्होंने कहा, "पहले चरवाहा विद्यालय बिहार में था. आज अंतर्राष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय है. नई पीढ़ी को बताना जरूरी है कि हमने कहां से यात्रा शुरू की थी. उन्होंने कहा कि पहले लोग भय के कारण घर से नहीं निकलते थे. आज रात के 2:00 बजे भी निकला जा सकता है. 

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