पटना: बिहार की 243 विधानसभा चुनाव के लिए आज तारीखों का एलान संभव है. बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है. कार्यकाल खत्म होने से पहले नई सरकार का गठन जरूरी है. साल 2015 में भी चुनाव आयोग ने सितंबर में ही चुनाव की तारीखों का एलान किया था.


कब से कब तक कितने चरणों में हुआ था चुनाव
2015 बिहार विधानसभा चुनाव 12 अक्टूबर से शुरू होकर 5 नवंबर तक चला था. 8 नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित हुए थे. चुनाव आयोग ने 5 चरणों में वोटिंग का आयोजन कराया था.




  • पहले चरण के लिए वोटिंग- 12 अक्टूबर

  • दूसरे चरण के लिए वोटिंग- 16 अक्टूबर

  • तीसरे चरण के लिए वोटिंग- 28 अक्टूबर

  • चौथे चरण के लिए वोटिंग- 1 नवंबर

  • पांचवें चरण के लिए वोटिंग- 5 नवंबर


बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं. 243 में से 38 सीटें अनुसूचित जाति के लिए और 2 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व हैं. 2015 में राज्य में 6.68 करोड़ वोटर थे. इनमें 56 फीसदी लोगों ने ही चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.


बदला गठबंधन के समीकरण
2015 की तुलना में 2020 का विधानसभा चुनाव पूरी तरह से अलग होगा. 2015 में नीतीश कुमार की जेडीयू, लालू प्रसाद यादव की आरजेडी और कांग्रेस ने महागठबंधन बनाकर बीजेपी, आरएलएसपी और एलजेपी के गठबंधन पर जीत हासिल की थी. लेकिन दो साल बाद ही नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग हो गए और उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार बना ली.


अब महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस के अलावा आरएलपी और वीआईपी पार्टी शामिल हैं, जबकि बीजेपी ने नीतीश की अगुवाई में चुनाव लड़ने का एलान किया है. एलजेपी अभी तक एनडीए गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन नीतीश की अगुवाई में चुनाव लड़ने को लेकर उसकी स्थिति अब तक साफ नहीं है.


ये भी पढ़ें-
आज बिहार चुनाव की तारीखों का होगा एलान, दोपहर 12.30 बजे चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस


CM नीतीश के बयान पर LJP नेता राजू तिवारी ने साधा निशाना, कहा - इतने संवेदनहीन आचरण की हमें नहीं थी उम्मीद