बिहार विधानसभा चुनाव में जीत के बाद बीते शुक्रवार (28 नवंबर) को उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के निकाले गए विजय जुलूस में दो लोगों द्वारा कथित रूप से दो नाली बंदूक से फायरिंग का एक वीडियो वायरल होने के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है. इस घटना को लेकर अब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने NDA सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.

Continues below advertisement

'अपराधियों को महिमा मंडित कर रहे डिप्टी CM'

RJD प्रवक्ता एजाज अहमद ने वायरल वीडियो जारी करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी का असली चाल, चरित्र और चेहरा है. एजाज अहमद ने सवाल उठाया, "एक डिप्टी सीएम अपराध और अपराधियों को बिहार से भगाने की बात कह रहे हैं, जबकि दूसरे डिप्टी सीएम (विजय सिन्हा) के स्वागत जुलूस में गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका गूंज रहा है." उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है और पूछा कि "आपकी बुलडोजर नीति कहाँ चली गई है?"

JDU ने दी ये सफाई

RJD के आरोपों पर जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने तुरंत सफाई दी. JDU प्रवक्ता अरविंद निषाद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में न किसी को बचाया जाता है और न फँसाया जाता है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने फायरिंग करने वाले दोनों व्यक्तियों को तुरंत थाना लाकर पूछताछ की थी.

Continues below advertisement

अरविंद निषाद ने खुलासे का हवाला देते हुए कहा कि उन दोनों व्यक्तियों ने बताया कि यह 'चिड़िया मारने वाली बंदूक' है, जिससे कोई जान-माल की क्षति नहीं होती. उन्होंने यह भी बताया कि वे लोग भाड़े पर उत्सवों में जाकर फायरिंग करते हैं. पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों को बॉन्ड भरवाकर छोड़ दिया है, हालांकि सभी बिंदुओं पर जांच जारी है. निषाद ने दोहराया कि नीतीश कुमार के 20 वर्षों के शासनकाल में किसी अपराधी को संरक्षण नहीं दिया गया है.

कानून अपना काम कर रहा-BJP

वहीं, पटना से दिल्ली पहुंचे बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह सुशासन की सरकार है और कानून अपना काम कर रहा है. उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने उन दोनों को गिरफ्तार भी किया है और विपक्ष बेवजह इस मामले को उठा रहा है.