बिहार में एसआईआर के विरोध में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की वोटर अधिकार यात्रा का आज मंगलवार को तीसरा दिन है. ये यात्रा गयाजी के वजीरगंज से नवादा होते हुए नालंदा और शेखपुरा तक जा रही है. नवादा में यात्रा पहुंच गई है, जहां बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि एसआईआर के नाम पर वोटों की चोरी चुनाव आयोग और बीजेपी की मिलीभगत से हुई है. 

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'करोड़ों की संख्या मतदाताओं का नाम काटा'

राजेश राम ने कहा, "65 लाख तो चुनाव आयोग का आंकड़ा है. सच यह है कि करोड़ों की संख्या में मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से काटा गया. एसआईआर वोटर लिस्ट की शुद्धता, निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए नहीं बल्कि गरीब मतदाताओं का नाम मतदाता सूची से हटाने के लिए है."

उन्होंने कहा कि "यात्रा के दौरान हम लोग लोगों के बीच जा रहे हैं, एसआईआर की खामियां गिनाने. इसको लेकर जनता में भारी आक्रोश है. जीवित लोगों के भी नाम काटे गए. बिहार चुनाव पर इसका बड़ा असर होगा. राहुल गांधी जन जन तक अपनी बात पहुंचा चुके हैं. जनता भी कह रही है कि वोट चोर गद्दी छोड़, एसआईआर के नाम पर बड़े पैमाने पर फर्जीवीड़ा हुआ. जनता महसूस कर रही है कि उनका वोटिंग अधिकार छीना जा रहा है." 

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से पीसी की गई, लेकिन जो सवाल राहुल गांधी उठा रहे हैं, उसका जवाब आयोग क्यों नहीं दे रहा है? हमारी मांग है कि जिन 65 लाख लोगों का नाम काटा, उनके नामों की सूची जारी हो, नाम कटने का कारण बताओ.

1300 किलोमीटर लंबी यह यात्रा करेंगे राहुल

बता दें कि एसआईआर के खिलाफ निकाली जा रही इस यात्रा में राहुल-तेजस्वी बिहार के 23 जिलों को कवर करेंगे. 1300 किलोमीटर लंबी यह यात्रा है. राहुल गांधी के साथ-साथ आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, सीपीआई, मुकेश सहनी की पार्टी, सांसद पप्पू यादव सहित अन्य विपक्षी दल भी साथ हैं.

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