बिहार में महागठबंधन का चेहरा तेजस्वी यादव हैं, लेकिन कांग्रेस खुलकर नाम लेने से बच रही है. अन्य दलों के नेताओं को इस पर आपत्ति नहीं है लेकिन कांग्रेस के नेता शायद सही समय का इंतजार कर रहे हैं. बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने गुरुवार (11 सितंबर, 2025) को एक बार फिर चौंकाने वाला जवाब दिया. तेजस्वी यादव के सीएम फेस पर कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि जनता के बीच जाएंगे जनता फैसला करेगी.

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कांग्रेस नेता पटना में मीडिया से बात कर रहे थे. सीट बंटवारे पर उन्होंने कहा, "निश्चित तौर पर सीट बंटवारे पर बहुत कुछ बातचीत हो रही है. आने वाले दिनों में सब कुछ पता चल जाएगा. दो अन्य पार्टियां भी गठबंधन में आ रही हैं तो स्वाभाविक बात है कि सीट बंटवारे में त्याग करना ही पड़ेगा."

आरजेडी ने कहा- 'कोई इफ-बट नहीं…'

दूसरी ओर कृष्णा अलावरु के बयान पर आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, "बिहार की जनता की है पुकार अबकी बार तेजस्वी सरकार", उन्होंने कहा कि महागठबंधन में कोई इफ-बट नहीं है. 14 करोड़ जनता ने तेजस्वी को सीएम मान लिया है.

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सीएम फेस पर जेडीयू ने ली चुटकी

तेजस्वी के सीएम फेस को लेकर जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा, "यह तेजस्वी यादव जी का बड़ा राजनीतिक दुर्भाग्य है कि 2020 के विधानसभा के चुनाव में महागठबंधन ने उनका चेहरा स्वीकार कर लिया था, लेकिन 2025 के विधानसभा चुनाव के लिए सभी दल उनसे कन्नी काट रहे हैं. जब किसी गठबंधन को अपने नेता के चेहरे पर भरोसा-विश्वास नहीं होगा तो भला बिहार की जनता कैसे भरोसा कर सकती है? कांग्रेस प्रभारी ने साफ तौर पर कहा है कि बिहार के लोग बिहार का मुख्यमंत्री चुनेंगे."

अभिषेक झा ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के लोग यह उदाहरण दे रहे हैं कि अगर कांग्रेस पार्टी ने हां नहीं कहा है तो ना भी तो नहीं कहा है. ऐसी स्थिति में एक गाना समझ आता है, "वैसे तो तेरी ना में भी मैंने ढूंढ ली अपनी खुशी, तू अगर हां कहे तो बात होगी और भी", उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल की इतनी विकट परिस्थिति कभी नहीं हुई होगी.