पटना: छपरा के मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर में तीनों युवकों की बेरहमी से पिटाई के मामले में लगातार कार्रवाई जारी है. तीन युवकों में से एक की मौत हो गई थी जबकि दो युवकों का पटना के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस हत्या और पूरे मामले में मंगलवार को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इस घटना में कहीं न कहीं आरजेडी के लोग जुड़े हैं. कहा कि घटना के बाद लोगों में गुस्सा है जिस कारण से यह जातीय तनाव बढ़ रहा है.


बीजेपी नेता ने यह बयान दिल्ली में दिया है. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि छपरा में इस तरह की घटना हो गई लेकिन सरकार किसी को भी गिरफ्तार नहीं कर रही है. गोपालगंज में भी क्रिकेट खेलने के दौरान एक युवक की हत्या के बाद वहां सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया था. जातीय तनाव हो या सांप्रदायिक तनाव हो यह घटनाएं बढ़ रही हैं. छपरा में हुए कांड के बाद सरकार को बाध्य होकर इंटरनेट सेवाएं बंद करनी पड़ी हैं जो एक चिंता का विषय है. बिहार धीरे-धीरे जातीय संघर्ष की आग में झोंका जा रहा है.



तीन आरोपियों की हुई है गिरफ्तारी


बिहार के छपरा में हुए लिंचिंग के मामले में सोमवार को पटना में एडीजी जेएस गैंगवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी थी. कहा था कि मुबारकपुर गांव में मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव और उनके समर्थकों की अमितेश सिंह, राहुल, आलोक और विक्की से झड़प हुई थी. इसमें अमितेश की मौत हो गई. राहुल, आलोक घायल हैं. मृतक अमितेश समेत तीनों युवक मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव के फॉर्म हाउस में पिस्टल लेकर गए थे. इसके बाद इन चारों की पिटाई की गई जिसमें अमितेश की मौत हो गई. तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं.


एडीजी ने ये भी कहा कि किस कारण उनकी पिटाई हुई यह अभी साफ नहीं हो पाया है. इस मामले को लेकर जांच जारी है. मुखिया प्रतिनिधि और उनके समर्थकों ने बचाव में इन लोगों की पिटाई की या नहीं इसपर भी जांच हो रही है. पांच नामजद अभियुक्त शामिल हैं जिनमें से तीन की गिरफ्तारी हुई है. कुर्की जब्ती की तैयारी चल रही है.


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