बिहार के सारण जिले में छपरा के चर्चित डॉक्टर सजल कुमार अपहरण मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. सारण पुलिस ने इस केस के मास्टरमाइंड समेत कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में एक एनेस्थिसियोलॉजिस्ट डॉक्टर भी शामिल है. यह अपहृत डॉक्टर सजल कुमार के साथ ही रहता था. पुलिस कार्रवाई के दौरान हुई मुठभेड़ में दो बदमाशों के पैर में गोली लगी है. जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
शुक्रवार (19 दिसंबर) को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सारण के एसएसपी कुमार आशीष ने पूरे मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि इस अपहरण की साजिश डॉक्टर एसएन सिंह उर्फ शिव नारायण सिंह ने रची थी. वह पेशे से एनेस्थिसियोलॉजिस्ट है और डॉक्टर सजल कुमार के साथ रहता था. पुलिस के अनुसार, आरोपी डॉक्टर ने पैसों के लालच में अपने ही साथी का अपहरण कराने की योजना बनाई और इसके लिए अपराधियों को हायर किया. योजना के तहत करीब एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगने का इरादा था.
अपहरण मामले में पुलिस ने इन लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें पटना निवासी डॉ. एसएन सिंह के अलावा मोंटी भारती (हरियाणा के बल्लभगढ़ का रहने वाला और डॉ. सिंह का कर्मचारी), छपरा के साहेबगंज निवासी धीरज गिरी, दहियांवा निवासी रंजन राय, अवतार नगर थाना क्षेत्र के सोनू राय और गोलू कुमार शामिल हैं. गोलू कुमार को इस केस में सबसे पहले गिरफ्तार किया गया था.
एसटीएफ ने डॉ. सजल कुमार के अपहरण का सुलझाया मामला
एसएसपी ने बताया कि 17 दिसंबर को डॉक्टर सजल कुमार के अपहरण के बाद नगर थाना में मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद एसएसपी की निगरानी में और एएसपी सदर राम पुकार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया. SIT ने तकनीकी साक्ष्यों और पूछताछ के आधार पर आरोपियों तक पहुंच बनाई.
कॉलेज के बगीचे से पुलिस ने बरामद किए हथियार
पूछताछ के दौरान आरोपी रंजन राय और सोनू राय ने भगवान बाजार थाना क्षेत्र में पीएन सिंह कॉलेज के पीछे एक बगीचे में छिपाए गए हथियारों की जानकारी दी. जब पुलिस टीम हथियार बरामद करने वहां पहुंची तो दोनों आरोपियों ने भागने की कोशिश करते हुए पुलिस पर फायरिंग कर दी. पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी और उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस ने मौके से दो देसी पिस्तौल, एक रेगुलर पिस्तौल और दो कारतूस बरामद किए हैं. इसके अलावा, अपहरण के दौरान छीने गए डॉक्टर के ड्राइवर और केयरटेकर के मोबाइल फोन भी आरोपियों के पास से मिले हैं. पुलिस के अनुसार, रंजन राय और सोनू राय के खिलाफ पहले से कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
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