Bihar Caste Based Census 2023: बिहार में जाति आधारित गणना का प्रथम चरण पूरा हो हो चुका है. अब 15 अप्रैल से दूसरे चरण की शुरुआत होगी. इस दौरान पहले दौर में छूट जाने वाले परिवारों और नए बसने वाले परिवारों को भी शामिल किया जाएगा. दूसरे चरण की गणना की सबसे खास बात ये है कि अगर गणना कर्मी को किसी के घर लॉक दिखाई देता है तो, वह पड़ोसी से नंबर लेकर घर मालिक को वीडियो कॉल के जरिए सारी जानकारी इकट्ठा करेंगे.



दरअसल, बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जनगणना कर्मियों को साफ निर्देश दिया गया है कि अगर जनगणना के दौरान कोई घर लॉक दिखाई देता है तो जनगणना कर्मी उस घर के मालिक का नंबर पड़ोसियों से हासिल उन्हें वीडियो कॉल पर आने का अनुरोध करें. इसके बावजूद अगर कोई वीडियो कॉल पर नहीं आते हैं, तो फिर जनगणना कर्मी उन्हें एक फॉर्मेट भेजें, जिसे भरकर आधार कार्ड या फिर कोई प्रमाण पत्र के साथ गणना कर्मी को भेजने के लिए कहा जाए.

डिजिटल और फिजिकल दोनों तरह से एकत्र की जाएगी सूचना


सर्वेक्षण के दूसरे चरण में भौतिक और मोबाइल ऐप दोनों सूचना एकत्र की जाएगी. दोनों जगहों पर जो फॉर्म उपलब्ध होंगे, उसमें समान जानकारी  हासिल करने वाले कॉलम होंगे. इसके जरिए लोगों की सामाजिक-आर्थिक संकेतकों के साथ-साथ जाति नाम और धर्म सहित निवासियों के व्यक्तिगत विवरण एकत्र किए जाएंगे. दूसरे चरण में जो मोबाइल ऐप गणना के लिए इस्तेमाल किया जाएगा, इसका नाम बीजगा (बिहार जाति आधारित गणना) - है. यह ऐप पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुका है. दरअसल, बिहार सरकार पहली बार इस कवायद को एक मोबाइल ऐप के जरिए करने जा रही है. लिहाजा, प्रगणकों और जिला अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सूचना को मोबाइल ऐप और भौतिक दोनों रूपों में एकत्र करने की आवश्यकता है.


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