पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) सभी विपक्ष को एकजुट कर आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी (BJP) को परास्त करने की तैयारी में हैं लेकिन कांग्रेस केंद्रीय स्तर पर भाव नहीं दे रही है. कांग्रेस ने पहले ही एलान किया है कि 2024 में प्रधानमंत्री का चेहरा राहुल गांधी (Rahul Gandhi) होंगे. कांग्रेस का मानना है कि बीजेपी को अगर कोई पराजित कर सकता है तो वह सिर्फ कांग्रेस है, लेकिन बिहार में इस पार्टी की दाल नहीं गलने वाली है. ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस को जेडीयू-आरजेडी के छत्रछाया में रहना होगा.


ऐसा इसलिए क्योंकि बिहार कांग्रेस की ओर से लगातार मंत्रिमंडल में दो और मंत्री पद की मांग की जा रही थी. नीतीश ने कह दिया कि तेजस्वी तय कर लें. तेजस्वी ने एलान कर दिया कि कांग्रेस को दो नहीं एक मंत्री पद मिलेगा. अब कल तक जो अखिलेश प्रसाद सिंह दो सीट की मांग पर अड़े थे वो तेजस्वी के बयान के बाद ठंडा पड़ गए हैं.


अखिलेश सिंह ने नहीं दिया सीधा जवाब


दरअसल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कई बार मीडिया के सामने यह बयान दिया था कि मंत्रिमंडल में कांग्रेस की ओर से दो और मंत्री बनना चाहिए. अखिलेश ने यह भी कहा था कि इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात हो गई है. उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी बात हो गई है. दिल्ली से पटना आने के बाद गुरुवार (16 फरवरी 2023) को तेजस्वी के बयान के बाद कांग्रेस के तेवर नरम हो गया है. वह इसलिए क्योंकि शुक्रवार को अखिलेश प्रसाद सिंह से जब इसको लेकर फोन पर सवाल किया गया तो उन्होंने सीधा जवाब नहीं दिया. कहा कि मुख्यमंत्री से मेरी बात हुई थी. अखिलेश ने कहा कि मधुबनी में भी तो मुख्यमंत्री ने दो मंत्री पद देने की बात कही थी. 


अब कांग्रेस बोली- आपस की बात


बिहार कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि यह आपस की बात है. कौन क्या मांगे और कौन क्या देगा यह मिल बैठकर बात कर लेंगे. हमारा तो निर्णय आलाकमान दिल्ली से लेगी. जो भी जरूरत होगी हमारे अध्यक्ष, हमारे बिहार के प्रभारी, केंद्रीय नेतृत्व इस पर बात करेगी.


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