Woman Murder In Nawada: नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कादिरगंज रोड में बीबीपुरा गांव के पास हुई महिला ममता देवी की हत्या मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए लोगों में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव के स्व. भगवान सिंह का पुत्र राजेश प्रसाद, नगर थाना क्षेत्र के गोनावां के चंद्रशेखर सिंह का पुत्र मनोज सिंह और उसका भांजा गोनावां के सुधीर सिंह का पुत्र रौशन कुमार उर्फ चिरकुट शामिल हैं. उनके पास से एक रिवाल्वर, एक पिस्टल, दो जिन्दा कारतूस और दो बाइक बरामद किए गए हैं. 

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जेठ ने रची थी महिला की हत्या की साजिश

एसपी अम्बरीष राहुल ने रविवार (07 जुलाई) को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि हत्याकांड के बाबत सदर एसडीपीओ-02 सुनील कुमार के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की गई थी. जांच में तीनों की संलिप्तता पाई गई, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. पकड़ा गया राजेश मृतका का जेठ है. उसने ही हत्या की साजिश रची थी. साजिश को अंजाम तक पहुंचाने में उसके दो साथी मनोज व उसके भांजे रौशन उर्फ चिरकुट ने साथ दिया और महिला की गोली मारकर हत्या कर दी.

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साजिश के तहत ही सुनसान रास्ता चुनकर वारदात को अंजाम दिया गया. गिरफ्तार राजेश अपनी भभू ममता कुमारी को लेकर अपने गांव के लिए निकला. रास्ते में बीबीपुरा के समीप उसने बाइक रोक दी, जहां पहले से मौजूद मनोज के साथ मिलकर उसने ताबड़तोड़ गोलियों से ममता को भून दिया.

महिला के जेठ ने पुलिस को किया गुमराह  

इस पूरे मामले में खुलासा करते हुए एसपी ने बताया कि मृत महिला के जेठ राजेश ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी. घटना के बाद राजेश ने पुलिस को बताया कि महिला और वो दोनों बाइक से न्यू एरिया नवादा से निकलकर अपने गांव जा रहे थे. इसी बीच पीछे से आए एक चौपहिया वाहन पर सवार 6-7 बदमाशों ने ओवरटेक कर बाइक रोककर उसकी भभू को गोली मार दी. जबकि वह वहां से जान बचाकर भाग निकला. जेठ ने पुलिस को बताया कि 03 जुलाई को उसके भाई की हत्या मामले में कोर्ट में उसके भभू की गवाही होनी थी, जिसे लेकर ममता की हत्या कर दी गई है. 

सात डिसमिल जमीन बनी हत्या का कारण 

पिछले कई सालों से चल रहा सात डिसमील जमीन का विवाद ही ममता की हत्या का कारण बना. इसके पूर्व उसके पति विवेकानंद व रिटायर क्लर्क उपेन्द्र सिंह की पूर्व में हत्या की जा चुकी है. जेल से जमानत पर कुछ आरोपितों के छूटने के बाद गांव में सामाजिक पहल के तहत समझौता हुआ था, जिसके तहत दोनों के बीच दुश्मनी समाप्त करने के लिए विवादित सात डिसिमिल जमीन ममता को रजिस्ट्री करने का निर्णय लिया गया.

29 जून 2024 को जमीन की रजिस्ट्री ममता के नाम कर दी गई, लेकिन महिला के जेठ राजेश को यह नागवार गुजरा और उसने अपने भाई की विधवा की हत्या करवा दी.  एसपी ने बताया कि पकड़े गए तीनों आरोपी का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है. रौशन उर्फ चिरकुट के विरुद्ध नगर थाने में दो मामले दर्ज हैं, जबकि मनोज सिंह के विरुद्ध आर्म्स एक्ट से जुड़ा मामला दर्ज है. वहीं महिला के जेठ राजेश प्रसाद के विरुद्ध डायन अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज है. 

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