औरंगाबाद: भारतीय जनता पार्टी इन दिनों विधान सभा में अपनी हारी हुई सीटों की समीक्षा में जुटी है इसी कड़ी में औरंगाबाद जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में जहां पार्टी को पराजय का मुंह देखना पड़ा था वहां हार की समीक्षा करने पहुंचे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल. शहर के जसोईया मोड़ स्थित पार्टी कार्यालय में इस समीक्षा बैठक में प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से हार के कारणों पर विमर्श किया.इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जताया तो औरंगाबाद सीट हारने को लेकर कुछ कार्यकर्ताओं ने आक्रोश भी जताया और इस मामले की जांच की मांग भी की. इस दौरान कुछ कार्यकर्ता पार्टी में नए शामिल हुए कुछ लोगों के प्रति अपना आक्रोश जताते हुए हंगामा करने लगे जिसे प्रदेश अध्यक्ष ने समझा बुझा कर शांत किया.इस दौरान बैठक की कार्रवाई से मीडिया को दूर रखा गया. मीडिया के द्वारा पूछे गए कई सवाल से प्रदेश अध्यक्ष बचते नजर आए.उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा अपने कार्यकर्ताओं से मिलने आया था.विधानसभा सीट पर हार के सवाल पर कहा कि समय आने पर सब बता दिया जाएगा. दरअसल प्रदेश अध्यक्ष के आने से पहले जब पार्टी पूर्व प्रखंड अध्यक्ष रहे रामकरण सिंह ने जिला कार्यालय पर एमएलसी राजन सिंह का बैनर देखा तो कार्यकर्ताओं ने आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन किया और पैसे भी बांटे उसका बैनर किसी कीमत में स्वीकार नही किया जाएगा.कार्यकर्ताओं ने एमएलसी पर और कई गम्भीर आरोप भी लगाया.इतना ही नही कुछ कार्यकर्ताओं ने एमएलसी के टँगे हुए बैनर को फाड़ने की भी कोशिश की और अपने आक्रोश का इजहार उनके नाम को फाड़कर कर डाला.बीजेपी की अंदरूनी कलह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस बैठक में पार्टी के सांसद, प्रदेश कार्यकारिणी समस्त सभी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष को शामिल रहना था उस बैठक में सांसद सुशील कुमार सिंह के साथ कई लोग अनुपस्थित रहे. बैठक में मौजूद कार्यकर्ताओं ने हार का ठीकरा सांसद एवं विधान पार्षद पर फोड़ा और दोनों को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की. समीक्षा बैठक में हो रहे हंगामे के कारण हार के कारणों की समीक्षा नही हो सकी और प्रदेश अध्यक्ष जिलाध्यक्ष मनोज शर्मा से बूथ स्तर की रिपोर्ट की मांग कर चलते बने.
बिहार: औरंगाबाद जिले में विधानसभा सीटों पर हार की समीक्षा करने पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष,कार्यकर्ताओं ने कही ये बातें
प्रियदर्शी किशोर श्रीवास्तव | 27 Nov 2020 06:59 PM (IST)