बिहार में छिड़े हिजाब विवाद के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बड़ा बयान दिया है. बिहार बीजेपी के आधिकारिक स्टेटमेंट में कहा गया है कि सार्वजनिक जगहों, सरकारी नौकरियों और मतदान केंद्रों आदि में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.
दरअसल, बीजेपी के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने यह बात कही है. उन्होंने यह भी कहा है कि इस्लाम या कुरान में कहीं नहीं लिखा है कि काले कपड़े पहनकर पूरे चेहरे को ढंक लीजिए.
'इस्लाम में चेहरा ढकने को नहीं कहा गया'- दानिश इकबाल
दानिश इकबाल ने कहा, "इस्लाम में पर्दिगी कही गई है, लेकिन शालीनता के साथ. चेहरा ढकने की बात नहीं कही गई है. विपक्ष हमेशा चाहता है कि मुस्लिम महिलाओं को चार दीवारी में कैद रखा जाए. विपक्ष नहीं चाहता कि वह मुख्यधारा में जुड़ें."
इतना ही नहीं, बीजेपी नेता ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने जिस महिला का हिजाब हटाया था, उनको कोलकाता जाने की कोई जरूरत नहीं है. बिहार में ही रहकर नौकरी करें.
'महिलाओं के हितैशी हैं नीतीश कुमार'
बीजेपी नेता दानिश इकबाल का कहना है कि सीएम नीतीश कुमार ने मुस्लिम समाज के लिए काफी काम किया है. तब ही उस समाज की बच्चियां डॉक्टर बन रही हैं और नियुक्ति पत्र लेने आ रही हैं.
JDU ने जताई असहमति
बीजेपी की इस मांग से नीतीश कुमार की जनता यूनाइटेड दल (JDU) सेहमत नहीं है. पार्टी का कहना है कि हिजाब पर बैन नहीं लगाया जाएगा.
इसके अलावा, जेडीयू ने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और विपक्षी दल पीडीपी की नेता इल्तिजा मुफ्ती पर भी हमला बोला है. जदयू का कहना है कि धार्मिक परंपराओं का पालन करने का अधिकार सभी को है. परंपराओं पर रोक कोई नहीं लग सकता. सभी को अपनी धार्मिक परंपराओं पर चलने का अधिकार है. संविधान हर धर्म के पालन का अधिकार देता है और बिहार इसमें काबिल-ए-गौर है.