बिहार: बिहार में एनडीए की नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में  17वीं विधान सभा के गठन की प्रक्रिया पूरी की जा रही है. नई विधानसभा का पहला सत्र कल यानि 23 नवंबर को शुरू होने जा रहा है जो 27 नवंबर तक चलेगा. इस सत्र में शामिल होने वाले नवनिर्वाचित विधायकों के स्वागत के लिए विधानसभा को तैयार किया जा रहा है कोरोना के खतरे को देखते हुए सत्र का आयोजन इस बार सेंट्रल हॉल में किया जाएगा. सुरक्षा के मद्देनजर विधानसभा और विधान परिषद के पूरे परिसर को सैनिटाइज भी किया जा रहा . सत्र के  शुरू के 2 दिन विधायकों की शपथ में गुजर जाएगी और उसके बाद 25 नवंबर को नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा. इस बार बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं सदन में संख्या बल को देखते हुए अध्यक्ष का चुनाव महज औपचारिकता मात्र होगी. 26 नवंबर को राज्यपाल फागू चौहान दोनों सदनों के सदस्यों को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगे और सत्र के आखिरी दिन यानी 27 नवंबर को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के साथ  सरकार की ओर से उत्तर होगा उसके बाद सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया जाएगा. इस बार सदन में विभिन्न पार्टियों से 90 विधायक ऐसे होंगे  जो पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं पिछले सत्र के 89 सदस्य दुबारा जीत कर आए हैं. इनमें  64 विधायक ऐसे हैं जो पहले कभी न कभी जीत चुके हैं लेकिन 2015 में उन्हें मौका नहीं मिला था. इस सत्र में पहले विधायकों को प्रोटेम स्पीकर शपथ दिलवाएंगें उसके बाद विधान सभा अध्यक्ष का होगा चुनाव.