बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के नौतन थाना क्षेत्र अंतर्गत बसवरिया गांव में गुरुवार (12 दिसंबर) को 21 वर्षीय युवक राहुल कुमार की हत्या के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया. कथित तौर पर कुछ लोगों के समूह द्वारा उस पर बगाही लोहिया पुल के पास हमला किया गया, जिसके बाद गंभीर रूप से घायल राहुल को पहले जीएमसीएच ले जाया गया और फिर मोतिहारी स्थित रहमानिया हॉस्पिटल रेफर किया गया.
जानकारी के अनुसार, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मौत की सूचना मिलते ही गांव में गुस्सा भड़क उठा और बड़ी संख्या में ग्रामीण सड़कों पर उतर आए.
गुस्साएं ग्रामीणों ने बेतिया-नौतन मेन रोड को किया जाम
ग्रामीणों ने बांस के डंडों, लकड़ी और बैरिकेड्स की मदद से बेतिया-नौतन मेन रोड को जाम कर दिया, जिससे करीब दो घंटे तक यातायात ठप रहा. मौके पर पहुंचे नौतन सहित आसपास के थानों की पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया और स्थिति धीरे-धीरे काबू में आई. हालांकि, जाम के दौरान पूरे इलाके में तनाव बना रहा और लोग आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते रहे.
पुलिस ने छह लोगों का किया नामजद
राहुल की मां कमलावती देवी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाते हुए बसवरिया और संसारई गांव के छह लोगों अंबेडकर पटेल, रितिक कुमार, बबलू पटेल, गोलू यादव, अमित यादव और झुनझुन कुमार के साथ अन्य पांच-छह अज्ञात लोगों को नामजद किया है. शिकायत में आरोप है कि झुनझुन कुमार ने राहुल को घर से बाहर बुलाया और उसी के बाद उसे एक साजिश के तहत हमला कर मार दिया गया. परिवार का कहना है कि आरोपियों ने पहले राहुल की मोटरसाइकिल को टक्कर मारी और फिर लोहे की रॉड तथा बाइक शॉक-एब्जॉर्बर पाइप से उसके सिर और शरीर पर ताबड़तोड़ वार किए. सिर पर आई गंभीर चोटों के कारण राहुल की हालत काफी बिगड़ गई थी.
चौंकाने वाली बात यह भी है कि घटना के बाद आरोपियों ने राहुल के परिवार को फोन कर बताया कि उसका एक्सीडेंट हुआ है. पुलिस इसे हत्या की साजिश बताते हुए कई एंगल से जांच कर रही है, जिसमें पुरानी रंजिश और व्यक्तिगत विवाद की भी संभावना जताई जा रही है.
जाम हटवाने के लिए की गई तुरंत कार्रवाई
सदर एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि सड़क जाम हटवाने और शांति बहाल करने के लिए तुरंत कार्रवाई की गई. उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है. पुलिस दावा कर रही है कि मामले को जल्द सुलझा लिया जाएगा. उधर, घटना के बाद बसवरिया और आसपास के क्षेत्रों में मातम पसरा हुआ है और ग्रामीण लगातार न्याय की मांग कर रहे हैं.
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