सुपौल: बिहार में नौ मई से 18 से 44 साल की उम्र वाले लोगों के कोरोना वैक्सीनेशन के प्रकिया की शुरुआत हो गई है. वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. रोजाना टीकाकरण केंद्र पर लोग पहुंच रहे हैं और खुद को सुरक्षित करने के लिए टीका ले रहे हैं. इसी क्रम में बिहार के सुपौल जिले टीका लेने पहुंची महिलाओं ने सरकार से ये अपील की, कि सरकार जल्द ही बच्चों का भी टीकाकरण शुरू करें. ताकि बच्चे संक्रमण की जद में ना आएं. 


दरअसल, कोरोना का बढ़ते प्रकोप की वजह से वैक्सीन को काफी जरूरी समझा जाने लगा है. वहीं, वैक्सीन के प्रति शुरुआती दौर में जो भ्रांतियां थीं, वो भी अब खत्म हो गईं हैं. युवा इस वैक्सीन का कई महीनों से इंतजार कर रहे थे. जब उनकी बारी आई है, तो वो बढ़चढ़ कर वैक्सीनेशन के कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं.


जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से 18 से 44 साल की उम्र वाले लोगों के लिए रविवार से जिले के अनुमंडलीय अस्पताल सहित सभी पीएचसी में टीकाकरण के प्रक्रिया की शुरुआत कर दी गई है. मालूम हो कि टीकाकरण कार्य के लिए 28 अप्रैल, 2021 से ही निबंधन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई थी. विभाग द्वारा जारी साइट पर वयस्क टीकाकरण के लिए अपना निबंधन करा रहे थे. 


निबंधन कराने वाले लोगों को ही टीकाकरण केंद्र पर टीका लगाया जा रहा है. बिना निबंधन कराए टीका लेने आए लोगों को वापस लौटाया जा रहा है. इस संबंध में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सीके प्रसाद ने बताया कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण का पंजीकरण प्रारंभ है. फिलहाल जिले के सभी 11 पीएचसी के लिए 15 मई तक का रजिस्ट्रेशन पूर्ण कर लिया गया है.


उन्होंने बताया कि हर पीएचसी को प्रतिदिन 100 लोगों के वैक्सिनेशन का लक्ष्य दिया गया है. 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए पूर्व की तरह सदर पीएचसी सहित अन्य टीकाकरण केंद्रों पर ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है. जहां 45 से अधिक उम्र के लोगों को पहला एवं दूसरा डोज दिया जा रहा है.


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