बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित छह नेताओं को सुरक्षा बढ़ाई गई है. इसके लिए राज्य सरकार के गृह विभाग की ओर से पत्र जारी करके पुलिस महानिदेशक को अनुशंसा की गई. इनमें काफी पहले से सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव की भी सुरक्षा बढ़ाई जाएगी.

सम्राट चौधरी की सुरक्षा बढ़ाकर Z प्लस  

सम्राट चौधरी की सुरक्षा बढ़ाकर Z प्लस के साथ ASL की गई है. वहीं तेजस्वी को Z और पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को Y प्लस की सुरक्षा दी गई है. इसके अलावा बाढ़ विधानसभा के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू और अररिया लोकसभा के सांसद प्रदीप कुमार सिंह को Yप्लस की सुरक्षा दी जाएगी. जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार को Y श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी.

सरकार के विशेष सचिव के सुहित अनुपम ने पत्र जारी करके पुलिस महानिदेशक और विशेष्य शाखा के एडीजी को पत्र लिखा है जिसमें बिहार के महत्वपूर्ण छह नेताओं को सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई है. इनमें बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी  को ASL सुरक्षा के साथ साथ राज्य सरकार जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा देगी. तेजस्वी यादव को जेड श्रेणी की सुरक्षा और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा राज्य सरकार देगी.

 गृह विभाग की ओर से पत्र में लिखा गया है कि 1.8.2025 को राज्य सुरक्षा समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि नेताओं की सुरक्षा बढ़ाई जाए और उसको लेकर अनुशंसा की गई है, जिसमें डीजीपी विनय कुमार से अनुरोध किया गया है कि इन सभी नेताओं को राज्य सरकार के उपयुक्त निर्णय के आलोक में सुरक्षा प्रदान करने की कृपा की जाए.

क्या होती है Z+, Z और Y प्लस सुरक्षा? 

Z+सुरक्षा भारत में सबसे उच्च स्तर की सुरक्षा है, जो बहुत महत्वपूर्ण व्यक्तियों (VVIPs) को दी जाती है. इसमें 55 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं, जिनमें 10 से अधिक NSG कमांडो होते हैं, जो 24 घंटे व्यक्ति की सुरक्षा करते हैं. Z+ सुरक्षा में शामिल सुरक्षाकर्मी मार्शल आर्ट और आधुनिक हथियारों में प्रशिक्षित होते हैं और उनके पास आधुनिक हथियार और बुलेट प्रूफ जैकेट भी होते हैं. इस सुरक्षा में, व्यक्ति के साथ 24 घंटे 24 सुरक्षाकर्मी और 2 एस्कॉर्ट वाहन होते हैं, साथ ही 6 फ्रिस्किंग और स्क्रीनिंग करने वाले जवान भी होते हैं.

Z सुरक्षा भारत में एक सुरक्षा कवर है, जो वीवीआईपी व्यक्तियों को प्रदान की जाती है. यह 22 कर्मियों की सुरक्षा प्रदान करता है, जिसमें 4-6 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं. वहीं वाई प्लस श्रेणी सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी मिले होते हैं. इनमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ भी शामिल होते है. 

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