बांका: रजौन थाना क्षेत्र अंतर्गत सिकानपुर गांव से तीन जनवरी को पुलिस ने तालाब से 13 वर्षीय किशोर का शव बरामद किया था. सोमवार (08 जनवरी) को पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया. इस मामले में दो नाबालिग लड़कों को पुलिस ने पकड़ लिया है जिन्होंने हत्या की थी. दो जनवरी को सिकानपुर निवासी किशोर दिलखुश कुमार के पिता रामदेव यादव ने रजौन थाने में बेटे के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी. गांव के ही चार लोगों पर आरोप लगाया था.


बताया जाता है कि मामला दर्ज होने के बाद रजौन थाने की पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी थी. अगले ही दिन नयाडीह गांव के बहियार स्थित एक पोखर से दिलखुश का शव मिल गया. इसके बाद यह कांड अपहरण के बाद हत्या में तब्दील हो गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए बांका एसपी डॉ. सत्यप्रकाश द्वारा बांका एसडीपीओ विपिन बिहारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया.


चप्पल से पुलिस हत्यारों तक पहुंची


कांड के अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आई कि मृतक दिलखुश कुमार अपने गांव के अन्य दो लड़कों के साथ मोबाइल पर फ्री फायर नाम का गेम खेलता था. मृतक के घर के समीप से अभियुक्त का चप्पल मिला. इसके बाद पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गांव के उक्त दोनों लड़कों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. इसके बाद मामले का खुलासा हुआ. पकड़े गए दोनों लड़के नाबालिग हैं.


हत्या की वजह भी आ गई सामने


हालांकि जो खुलासा हुआ है वह चौंकाने वाला है. पुलिस ने बताया कि दिलखुश के एक दोस्त के पास गेम खेलने के लिए अपना मोबाइल नहीं था. इसके लिए उस दोस्त ने दिलखुश से 10 हजार रुपये उधार लिए थे लेकिन उसने फोन नहीं खरीदा. पैसा किसी और काम में खर्च कर दिया. दिलखुश बाद में अपना पैसा वापस मांग रहा था और गेम खेलने के लिए अपना मोबाइल देने से इनकार कर रहा था. इसी बात को लेकर गुस्से में दिलखुश के दोस्त ने अपने एक और दोस्त के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दे दिया. दिलखुश को एक जनवरी की रात करीब 8 बजे घर से बुलाकर बहियार की तरफ ले गए थे. वहां गमछे से उसका गला दबाया और कैंची से आंख में गोद दिया. इस तरह हत्या के बाद शव को तालाब में फेंक दिया. गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त गमछा एवं कैंची को बरामद कर लिया गया है. 


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