कैमूर: आशा कार्यकर्ता सरकार से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं. गुरुवार (10 अगस्त) को कैमूर में विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. कैमूर जिले के मोहनिया अनुमंडलीय अस्पताल के मेन गेट पर गुरुवार की सुबह आशा कार्यकर्ताओं ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान खूब नारेबाजी की. प्रदर्शन के दौरान मरीजों का इलाज करवाने और बच्चों को टीका लगवाने आए उनके परिजनों के साथ हाथापाई की भी खबर है. 


प्रदर्शन के चलते अनुमंडलीय अस्पताल में ओपीडी पूरी तरह से प्रभावित रहा. अनुमंडल अस्पताल के गेट से किसी भी मरीज या उसके परिजनों को आशा कार्यकर्ताओं द्वारा अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था. पहले से ही आशा कार्यकर्ता नौ सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं लेकिन अनुमंडलीय अस्पताल कैंपस से अब बाहर निकाल दिया गया है. अब मुख्य गेट पर जमकर सरकार के विरोध में नारेबाजी की. उनका कहना है सरकार पारितोषिक राशि बंद कर वेतनमान लागू करे. 'एक हजार में दम नहीं और 10 हजार से कम नहीं' का नारा लगाया.



आशा कार्यकर्ताओं ने की धक्का-मुक्की


हड़ताल के दौरान आशा कार्यकर्ताओं द्वारा मरीज और उनके परिजनों से धक्का-मुक्की की भी खबर है. इसका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि मरीज या बच्चों को उनके परिजन इलाज के लिए अस्पताल के अंदर लेकर जाना चाहते हैं लेकिन आशा कार्यकर्ता उन्हें धक्का देकर बाहर निकाल दे रही हैं. इसी को लेकर आशा कार्यकर्ताओं के साथ तीखी बहस भी हुई.


'किसी को नहीं जाने देंगे अंदर'


एक परिजन कन्हैया प्रसाद ने बताया कि वह अपनी बच्ची को टीका लगवाने के लिए अस्पताल आए हैं लेकिन आशा कार्यकर्ताओं ने रोक दिया. वहीं इस मामले में आशा कर्मियों ने बताया कि हमें अस्पताल परिसर से बाहर निकाल दिया गया है. बारिश के बावजूद खुले आसमान में हमलोग प्रदर्शन कर रहे हैं. किसी को अंदर नहीं जाने देंगे.


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