9 सितंबर 2025 को बेगूसराय जिले के डंडारी प्रखंड के सीओ को विजिलेंस की टीम ने घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था. लगातार विजिलेंस की टीम भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. अब इसका विरोध शुरू हो गया है. गुरुवार (11 सितंबर, 2025) को पटना में राज्य के सारे सीओ धरना पर बैठ गए. गर्दनीबाग में अलग-अलग जिलों से आए सैकड़ों की संख्या में अंचलाधिकारियों ने विजिलेंस के खिलाफ नारेबाजी की.
अंचलाधिकारी संघ के अध्यक्ष आनंद कुमार ने कहा कि आए दिन विजिलेंस की टीम बगैर कोई प्रमाण के अंचलाधिकारियों पर कार्रवाई करती है. पैसे किसी और के पास मिलते हैं और सीओ को गिरफ्तार किया जाता है. बेगूसराय में ऐसा मामला हुआ है. पहले भी कई बार ऐसा मामला आया है. निगरानी के निशाने पर अंचलाधिकारी रहते हैं जबकि हम लोग कई तरह के काम करते हैं.
'…तो सरकार का काम कौन कर रहा?'
एक अंचलाधिकारी ने कहा कि हम लोग सरकार का 80% काम करते हैं. आपदा, अतिक्रमण, भूमि विवाद, विधि-व्यवस्था, परीक्षा ड्यूटी, लेकिन विजिलेंस की नजर में सिर्फ घूसखोर हैं. उनके निशाने पर सिर्फ अंचलाधिकारी ही रहते हैं. अगर सभी सीओ बेईमान और भ्रष्टाचारी हैं तो सरकार का काम कौन कर रहा है? यह विजिलेंस को बताना चाहिए.
एक अंचलाधिकारी ने विजिलेंस की टीम पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर निगरानी की कार्रवाई सभी कानूनी प्रक्रिया के बाद होती है तो सजा सिर्फ 60% को क्यों दिला पाते हैं? 40% दोष मुक्त कैसे हो जाते हैं? निगरानी की टीम के काम में कहीं ना कहीं कुछ गलत हो रहा है. सिर्फ अंचलाधिकारी नहीं अन्य विभागों में भी भ्रष्टाचारी लोग हैं. अंचलाधिकारियों ने कहा कि आज (गुरुवार) एक दिवसीय धरना है, उसके बाद हम लोग डीजीपी से जाकर मिलेंगे. गिरफ्तार सीईओ को दोषमुक्त नहीं किया गया तो यह आंदोलन आगे भी बड़े पैमाने पर होगा.
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