पटनाः बिहार में गुरुवार को 34 जिलों में बारिश हुई. आंधी-पानी से कई पेड़ गिरे तो वहीं पटना के मनेर में छह नावें डूब गईं. हालांकि नाव डूबने से किसी की जान नहीं गई. नाव पर सवार मजदूरों ने तैर कर जान बचा ली. प्रदेश में 60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली आंधी और बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. खासकर उत्तर बिहार, पूर्व बिहार व कोसी-सीमांचल में ज्यादा असर दिखा. इन इलाकों में आंधी और बारिश के बीच बिजली गिरने से 31 लोगों की मौत हो गई.


कहां-कहां हुई 31 मौत?


वैशाली में दो, जहानाबाद, बेगूसराय, सारण और नालंदा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है. सबसे अधिक भागलपुर और मुजफ्फरपुर में छह-छह मौतें हुई हैं. वहीं, दरभंगा और समस्तीपुर में एक-एक व्यक्ति की जान गई है. लखीसराय में तीन, मुंगेर में दो और बांका, जमुई, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज के साथ पूर्णिया में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है.


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20 मिनट तक हवाई सेवा रही बाधित


आंधी-पानी के बीच पटना समेत कई जिलों में पेड़ और बिजली के पोल गिर गए. रेल यातायात के साथ पटना में 20 मिनट तक हवाई सेवा बाधित रही. वहीं, भागलपुर-जमालपुर रेलखंड, किऊल-जमुई रेलखंड और खगड़िया-हसनपुर समस्तीपुर रेल रूट पर रेल यातायात बाधित रहा.


पेड़ गिरे, गाड़ियां दबीं


आंधी-पानी के बीच पटना के कोतवाली थाने में एक शेड गिर गया जिसमें कई गाड़ियां दब गईं. पटना के बेली रोड में भी पेड़ गिरा. शहर के अलग-अलग इलाकों में करीब 55 पोल और पांच ट्रांसफार्मर गिर गए. कई घटनाएं पेड़ गिरने के कारण हुईं. हाई कोर्ट के पास वीमेंस कॉलेज के समीप 11 केवीए फीडर और वेटनरी ब्वायज हॉस्टल के पास विशाल पेड़ गिर गए. इससे बिजली भी प्रभावित हुई.


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