नई दिल्ली: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शनिवार को राज्य से पार्टी के सभी सांसदों की एक बैठक बुलाई है. सूत्रों के मुताबिक चुनावी रणनीति को लेकर इस बैठक में चर्चा की जाएगी.


कोरोना वायरस महामारी के बावजूद पार्टी लगातार चुनाव की तैयारियां कर रही है. डिजिटल माध्यम से लगातार बैठकों का दौर चल रहा है ताकि कार्यकर्ताओं को सक्रिय रखा जाए. नड्डा ने पिछले दिनों डिजिटल माध्यम से बिहार बीजेपी कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक को संबोधित किया था.


सितंबर में बिहार विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होने की संभावना है. बिहार विधानसभा के चुनाव, कोरोना वायरस महामारी के दौरान होने वाले भारत के पहले चुनाव होंगे. मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा है. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नड्डा ने विधानसभा चुनाव पर चर्चा के लिए बिहार के सभी सांसदों की 29 अगस्त को बैठक बुलाई है.


सांसदों के अलावा बीजेपी महासचिव और बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव भी बैठक में शामिल होंगे. बीजेपी ने हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बिहार चुनाव की तैयारियों में शामिल किया है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी हाल ही में अति पिछड़ी श्रेणी के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक डिजिटल बैठक की थी.


जेपी नड्डा ने रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी घटक दल मिलकर चुनाव मैदान में उतरेंगे और जीत हासिल करेंगे.


बीजेपी अध्यक्ष ने कहा था, ‘‘जब-जब बीजेपी, नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड और लोजपा (लोक जनशक्ति पार्टी) एक साथ आई है, तब-तब राजग की जीत हुई है. इस बार भी हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे और यशस्वी होंगे.’’ उनका बयान ऐसे समय में आया था, जब एनडीए के सहयोगियों जनता दल यूनाइटेड और एलजेपी के बीच लगातार वाकयुद्ध चल रहा है.


एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान कोरोना महामारी के मद्देनजर बिहार चुनाव टालने की मांग करते आ रहे हैं. राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण और बाढ़ की स्थिति को लेकर भी वह नीतीश सरकार पर लगातार सवाल उठाते आ रहे हैं. पासवान के इन बयानों को लेकर जेडीयू के नेता भी उन्हें निशाने पर लेते रहे हैं. जेपी नड्डा ने दावा किया था कि विपक्षों दलों की ताकत अब खत्म हो चुकी है और लोग बीजेपी की ओर देख रहे हैं.


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